लालू परिवार की मुसीबतें बढ़ी, अब चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस
चारा घोटाले के मामले में जेल में सजा काट रहे लालू यादव पर एक के बाद एक मुसीबतें आती ही जा रही है। ऐसा लग रहा है, जैसे लालू के परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ के एक के बाद एक टूट रहा है। जी हां, पहले सीबीआई, फिर कोर्ट अब चुनाव आयोग ने लालू परिवार को नोटिस भेजा है। इस बार का मामला बहुत ही गंभीर है, क्योंकि इससे लालू ही नहीं बल्कि पूरी आरजेडी पार्टी पर संकट आ सकता है। इतना ही नहीं, इस नोटिस को गंभीरता से न लेने की वजह से आरजेडी के अस्तित्व पर भी खतरा छा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
आरजेडी पार्टी को एक नोटिस जारी किया गया है, जिसका जवाब देने के लिए आरजेडी को सिर्फ कुछ दिनों की मोहलत दी गई है, ऐसे में अब आरजेडी के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। चुनाव आयोग ने आरजेडी को नोटिस भेजा है, जोकि खर्चा का हिसाब न देने के लिए है। जी हां, आरजेडी को आमदनी और खर्चा का हिसाब देने के लिए कहा गया है, जोकि उसने अभी तक नहीं दिया है, ऐसे में अगर आरजेडी इस नोटिस का जवाब नहीं देती है, तो आरेजडी की मान्यता रद्द हो जाएगी। मतलब आरजेडी का अस्तित्व पर पूरी तरह से खतरा मंडरा रहा है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश में कहा था कि हर पार्टी को प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अगले साल 31 अक्टूबर तक वार्षिक लेखा परीक्षा की रिपोर्ट पेश करनी होती है, लेकिन राजद ने 31 अक्टूबर 2015 तक वर्ष 2014-15 के लिए अपनी रिपोर्ट नहीं पेश की, जिसकी वजह से अब चुनाव आयोग ने आरजेडी को नोटिस भेजा है। याद दिला दें कि कोर्ट ने यह फैसला राजनीति में पारदर्शी लाने के लिए किया था, लेकिन इस तरह अगर राजनीतिक दल अपना हिसाब नहीं देगी, तो यह एक तरह से कोर्ट का अपमान होगा तो वहीं दूसरी तरफ जनता की भावनाओं से खेलना भी होगा।
पार्टी को इसका जवाब देने के लिए 20 दिनों का वक्त दिया गया है, जिसमें यह कहा गया है कि आपने अपनी आमदनी का हिसाब नहीं दिया, तो ऐसे में क्या आपके चुनाव चिन्ह पर कार्रवाई न की जाए? ऐसे में अब आरजेडी को कारण बताओ नोटिस का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों लालू की तबीयत खराब है, जिसकी वजह से वो दिल्ली में अपना ईलाज करा रहे हैं, तो वहीं तेजप्रताप की शादी भी होने वाला है, ऐसे में कारण बताओ नोटिस शादी के रंग को फीका कर सकती है।