दिवाली के दिन करेंगे ये काम, तो आपके घर कभी कमी ना होगी धन की
हिन्दू धर्म में दिपावली का एक ख़ास महत्व होता है। इस दिन सभी लोग अपने घर में दीपक जलाते हैं और माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं। बंगाल में लोग इस दिन माँ काली की पूजा करते हैं। इस दिन को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। इसके बारे में कहा जाता है कि भगवान राम, रावण का वध करके लंका से इसी दिन अयोध्या आये थे। उनके आने की ख़ुशी में सारे अयोध्या को दीपों से सजाया गया था। तभी से दिपावली की परम्परा चल रही है।
किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी ना रहे, इसलिए इस दिन घर में सभी लोग माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं। लेकिन ज्योतिष विद्या के जानकारों का कहना है कि केवल पूजा कर देना ही सब कुछ नहीं होता है। सही मुहूर्त के हिसाब से पूजा करना ज्यादा मायने रखता है। उनके अनुसार अगर कोई भी व्यक्ति सही मुहूर्त में माँ लक्ष्मी की पूजा करता है, तो उसपर माँ लक्ष्मी की बहुत ज्यादा कृपा होती है।
ज्योतिष विद्या के जानकार लोगों के अनुसार दिपावली से पहले आना वाला पुष्य नक्षत्र इस दिन की खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त होता है। इस दिन खरीदारी करके दीपावली के दिन उसकी पूजा करने से माँ लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं। दिपावली के दिन यह परम्परा है कि सभी लोग कुछ ना कुछ खरीदारी करते हैं। इस दिन पूजा के लिए बर्तन, सोने- चाँदी, गाड़ी इत्यादि चीजों की खरीदारी की जाती है। पुष्य नक्षत्र अगर सोमवार, गुरुवार और रविवार को आता है तो, यह अधिक फलदायी माना जाता है। इस बार कार्तिक अमावस्या से पहले दो दिनों के लिए पुष्य नक्षत्र है। पुष्य नक्षत्र के दिन सभी लोगों को अपने आराध्य देवता और कुल देवता की पूजा करनी चाहिए, इससे माँ लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं। आपके घर में धन की वर्षा होती है और दरिद्रता आपसे कोसों दूर रहती है।
पुष्य नक्षत्र में खरीदारी:
जानकारों का कहना है कि इस नक्षत्र में बहीखातों और लिखा- पढ़ी की चीजों को खरीदकर उसे प्रतिष्ठान में रखना चाहिए, यह बहुत शुभ होता है। इसके अलावा इस नक्षत्र में सोना- चाँदी और अन्य आभूषण भी खरीदना काफी शुभ माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक, दोपहर में 1:30 से 3 बजे तक और शाम को 7:30 से 9:01 बजे तक खरीदारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
पुष्य नक्षत्र में एकाक्षी नारियल है ख़ास:
जानकारों का कहना है कि रविपुष्य नक्षत्र पर अगर एकाक्षी नारियल का पूजन किया जाए तो घर में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। यह एक विशेष तरह का नारियल होता है, जिसपर आँख का आकार बना होता है। इस नारियल को साक्षात् माँ लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इसलिए रविपुष्य नक्षत्र में विधिपूर्वक एकाक्षी नारियल की पूजा करने से माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है और कभी भी धन- दौलत की कमी नहीं होती है।