भारत में हुए इन आविष्कारों ने बदल दी दुनिया, प्लास्टिक सर्जरी से लेकर शतरंज तक हुए ये आविष्कार
भारत आज हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है, हमारा देश वर्तमान में पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। भारत में प्राचीनकाल से ही ज्ञान को अत्यधिक महत्व दिया गया है। बता दें कि हमारे देश में ऐसे ऐसे आविष्कार हुए हैं जिनका लौहा आज पूरी दुनिया मानती है। वैसे तो समय समय पर नए नए आविष्कार होते रहे हैं लेकिन आज हम आपको भारतीयों द्वारा किए गए कुछ ऐसे आविष्कारों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने मानव जीवन को आसान बना दिया, तो आईये जानते हैं
बटन
छोटा सा दिखने वाला यह बटन हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आजकल लगभग हर प्रकार के कपड़ों में बटन का प्रयोग किया जाता है। हमारे द्वारा पहने जाने वाली शर्ट और पैंट में भी बटन लगे होते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि बटन का आविष्कार भारत में ही हुआ था। बटन का आविष्कार मोहन जोदड़ो में 5000 साल पहले हुआ था। इसका पता मोहनजोदड़ो की खुदाई में चला था।
शैम्पू
बालों की सफाई के लिए प्रयोग किए जाने वाला शैम्पू का इस्तेमाल सबसे पहले भारतीयों ने ही किया था। प्राचीन समय में भारत में बालों को साफ करने के लिए फलों के गूदे का इस्तेमाल किया जाता था, जिसमें जिसमें कई जड़ी बूटियां तथा गुड़हल का फूल भी मिलाया जाता था। इससे बाल साफ, स्वस्थ तथा कोमल रहते थे। जब हमारे देश में अंग्रेज आये तो उन्होंने इस नुस्खे को यूरोप तथा इंग्लैंड में पहुंचाया और वहां यह शैम्पू के रूप में पूरी दुनिया में पहुंच गया।
प्लास्टिक सर्जरी
प्लास्टिक सर्जरी का प्रयोग आज पूरी दुनिया में किया जाता हैं। बता दें कि दुनिया भर में खूबसूरती बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक सर्जरी का आविष्कार भी भारत में हुआ था। 1000 ईसा पूर्व ही महर्षि सुश्रुत ने अपने समय के चिकित्सकों के साथ मिलकर अंग लगाने और प्लास्टिक सर्जरी की तकनीक खोज ली थी। सुश्रुत ने जिस तरह के सर्जिकल औजार तैयार किए थे उसी तरह के औजार आधुनिक मेडिकल साइंस में भी इस्तेमाल किए जाते हैं।
फ्लश टायलेट
आपको जानकर हैरानी होगी कि आज हम जिस फ्लश टायलेट का इस्तेमाल हम करते हैं उसका आविष्कार भारत में हुआ था। प्राचीन समय में मोहन जोदड़ो और हड़प्पा में फ्लश का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन आज इसका इस्तेमाल पूरी दुनिया में किया जाता है।
इंक
बता दें कि इंक का आविष्कार भी भारतीयों ने ही किया था। ईसा से करीब 400 साल पहले भारतीयों ने लिखने के लिए स्याही की खोज कर ली थी। पहले दक्षिण भारत में लिखने के लिए स्याही और नुकीले पेन का प्रयोग किया जाता था।
डायमंड माइनिंग
डायमंड माइनिंग की शुरुआत सबसे पहले भारत में ही हुई थी। करीब पांच हजार साल पहले भारत के लोग हीरे का इस्तेमाल किया करते थे। उस वक्त भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश था, जहां हीरे के बारे में लोगों को जानकारी थी।
शतरंज
शतरंज आज लगभग पूरी दुनिया के लोगों द्वारा खेला जाता हैं। बच्चों से लेकर बुड्ढों तक हर उम्र के लोग शतरंज का मजा लेते हैं। लेकिन क्या आप शतरंज के इतिहास के बारे में जानते हैं, बता दें कि शतरंज का इतिहास बहुत पुराना है। ये खेल 4000 वर्षों से हमारे बीच में चलता आ रहा है। शतरंज का आविष्कार 6वीं शताब्दी के आसपास भारत में शुरू हुआ था। उस दौरान यह राजाओं, महाराजाओं का खेल हुआ करता था।