यूपी की राजनीति – मुलायम ही करेंगे बेटे अखिलेश का ‘तख्तापलट’?
नई दिल्लीः समाजवादी पार्टी की आगे कि रणनीति क्या होगी, इसका फैसला आज हो सकता है। यह दिन एसपी के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिन बन सकता है। मुलायम सिंह यादव को आज कोई फौलादी फैसला लेना होगा। सूत्रों के मुताबिक, मुलायम अपने बेटे और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी से निकाल सकते हैं। इस स्थिति में अखिलेश यादव नई पार्टी बना सकते हैं। बताया जा रहा है कि नई पार्टी का नाम प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी होगा। रविवार को दिनभर चले ‘गृहयुद्ध’ का संघर्षविराम रात को मुलायम की इस घोषणा के बाद हुआ कि अब वे अपनी बात कल यानि आज रखेंगे। Mulayam singh yadav take decision on samajwadi party crisis.
यूपी में हो जाएगा ‘तख्तापलट’, बनेगी नई सरकार –
लखनऊ में आज पार्टी के मुख्यालय पर मुलायम सिंह का आगमन 11:00 बजे संभावित है। मुलायम को बताया गया कि आज की बैठक में अखिलेश भी पहुंचेंगे। इस बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पार्टी के दफ्तर में पहुंच गए हैं। पार्टी कार्यालय के बाहर काफी गहमा-गहमी है। आज का दिन बड़े फैसले वाले दिन के रूप में देखा जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने पार्टी में जारी घमासान पर कल कुछ कहने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा कि वह आज इस पर सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखेंगे। इसके बाद कल शाम को पार्टी नेताओं के साथ एक आपात बैठक के बाद मुलायम ने कहा कि वह पार्टी के सभी विधायकों, पूर्व विधायकों और वरिष्ठ पार्टी सहयोगियों से बातचीत के बाद ही कुछ कहेंगे।
क्या होंगे इसके परिणाम –
परिवार में कलह बढ़ेगा –
अगर अखिलेश सरकार का ‘तख्तापलट’ होता है तो परिवार अखिलेश शिवपाल के दो खेमों में बंट जाएगा। तीसरी पीढ़ी के अक्षय यादव (रामगोपाल के बेटे) धर्मेंद्र अखिलेश के पक्ष में हैं, शिवपाल के बेटे आदित्य सौतेली मां साधना के बेटे प्रतीक शिवपाल के साथ। एक खेमे को अखिलेश उनकी पत्नी डिंपल तो दूसरे खेमे को आदित्य, प्रतीक और प्रतीक की पत्नी अपर्णा लीड करती दिखेंगी।
पार्टी में विद्रोह भड़केगा –
सपा के 83 विधायक ऐसे हैं जो शिवपाल या अखिलेश खेमे के माने जाते हैं। टिकट कटने की आशंका के चलते ये अन्य दलों में जा सकते हैं। अगर अखिलेश चुनाव तक बने रहे तो शिवपाल खेमे के कई मंत्री भाजपा या बसपा में जा सकते हैं। रामगोपाल और शिवपाल ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। चुनाव में ये भी बड़ा मुद्दा होगा।
चुनाव में भाजपा को फायदा होगा –
यूपी में मुलायम की ताकत 9% यादव और 18% मुस्लिम वोटों से है। झगड़े से मुस्लिम वोट बसपा-कांग्रेस की तरफ शिफ्ट हो सकता है। यादव वोट का बड़ा हिस्सा भाजपा में जा सकता है। अखिलेश ने अमर को दलाल कहा है। ऐसे में ठाकुर लॉबी भाजपा के पक्ष में सकती है। कांग्रेस बसपा कमजोर हैं। फायदा भाजपा उठा सकती है।