बस अब एक कदम दूर… यूपी में लग जाएगा राष्ट्रपति शासन!
नई दिल्ली/लखनऊः यूपी के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में कलह अब सारी सीमाएं लाघते हुए दिख रहा है। अखिलेश यादव ने इसकी शुरुआत करते हुए बड़ा फैसला लिया है। जिससे इस बात के संकेत मिले हैं कि अब पार्टी में टूट होगी। Mulayam will eject out Akhilesh from the party.
दरअसल, समाजवादी पार्टी में चली आ रही पारिवारिक कलह के बीच यूपी में सोमवार को एक बड़ा फैसला आने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज चाचा शिवपाल को सभी मंत्री पदों से बर्खास्त कर दिया है लेकिन इसके साथ ही उनकी कुर्सी पर भी संकट आ गया है।
मुलायम सिंह उठा सकते हैं बड़ा कदम –
सपा सरकार के एक पूर्व मंत्री ने दावा किया है कि 24 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव अखिलेश यादव को पार्टी से बर्खास्त करने वाले हैं। अगर अखिलेश यादव को पार्टी निकाल दिया जाता है तो वे अपनी कुर्सी भी नहीं बचा पाएंगे। अखिलेश पार्टी से बाहर होते हैं तो वे एक नई पार्टी बना सकते हैं। जाहिर है कि इसके बाद कुछ विधायक भी सपा का साथ छोड़ देंगे, जिससे सपा सरकार अल्पमत में चली जाएगी। इसके बाद सपा को यूपी में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस, बसपा या फिर भाजपा किसी से हाथ मिलाना पड़ सकता है।
एक लेटर बना मुसीबत –
अभी हाल ही में पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने सपा कार्यकर्ताओं के नाम पर एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें कहा गया था, “अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे, जहां अखिलेश वहां विजय। रथयात्रा विरोधियों के गले की फांस है। इस फांस को और तेज करने की जरूरत है।
लग जाएगा राष्ट्रपति शासन –
अगर ऐसा होता है और सपा सरकार अल्पमत में चली जाती है तो यूपी में आने वाले विधानसभा चुनाव जल्दी करा दिए जाएंगे। यूपी विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही होंगे। अगर समाजवादी पार्टी को बीच यह कलह नहीं समाप्त होता और इससे पार्टी में टूट पड़ती है तो, यूपी में जब तक चुनाव नहीं होते तब तक राष्ट्रपति शासन लागू होगा।