दलित मुद्दे पर मायावाती की चेतावनी, ‘आग से न खेले बीजेपी’
दलित मुद्दे को लेकर उठी आग थमने का नाम नहीं ले रही है, ऐसे में एक बार फिर से मायावती ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया। बता दें कि 2 अप्रैल देश भर में हुए दलित आंदोलन को लेकर खूब सियासत हो रही है। जहां एक तरफ पक्ष इसको लेकर विपक्ष पर आरोप लगा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष सरकार को चेतावनी देती हुई नजर आ रही है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने दलितों के साथ भेदभाव किया है, जिसकी वजह से वो अपने हक के लिए लड़े, तो उन्हें रोका गया। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
बसपा सुप्रीमों ने दलितों के लेकर बीजेपी न सिर्फ चेतावनी दी है, बल्कि अपनी सरकार में दलितों के खिलाफ दायर केसों को वापस लेने का ऐलान किया है। बताते चलें कि मायावती ने बीजेपी पर बड़ा आरोप भी लगाया है, ऐसे में मायावती ने कहा कि बीजेपी शासित प्रदेशों में दलितों पर अत्याचार हो रहा है। और ये अत्याचार दलित आंदोलन के बाद ज्यादा हुआ है। इस दौरान मायावती ने कहा कि बीजेपी को यह ध्यान रखना चाहिए कि जनता हर किसी को सबक सीखा के रहती है।
मायावती ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए दलितों पर अत्याचार करना बंद करें। इसके साथ ही मायावती ने कहा कि बीजेपी दलितों पर अत्याचार करके आग से खेल रही है, ऐसे में उसे आग से खेलना बंद कर देना चाहिए, वरना इस आग में बीजेपी पूरी तरह से जल जाएगी। जी हां, मायावती ने कहा कि बीजेपी दलितों के हित में काम नहीं कर रही है, उसे दबाने की कोशिश कर रही है। इस तरह बीजेपी को जनता 2019 में करारा जवाब देगी, तभी इस अंहकारी सत्ता को अक्ल आएगी।
आपको बता दें कि मायावती ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला करते हुए ये भी कहा कि देश में इमरजेंसी से बदतर हालात हैं, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी आग से खेल रही है। इन सबके बीच माया ने अपनी सरकार बनने पर दलितों के खिलाफ किए गए केस वापस लेने का भी ऐलान किया है, ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि क्या मायावती इस कदम से अपना वोट बैंक वापस पाने में सफल हो पाती हैं या नहीं।
बताते चलें कि इससे पहले बीजेपी सांसद भी बीजेपी सरकार पर सवाल उठा चुके हैं। जी हां, सांसदों का कहना है कि बीजेपी राज में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं, ऐसे में अब बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हालांकि, इन मुश्किलों से निपटने के लिए पार्टी हाईकमान ने रास्ता निकाल लिया है, लेकिन अब ये मुश्किलें कब तक शांत होती है, ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल बीजेपी की टेंशन दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है।