वेतन भत्ते पर बीजेपी सांसद का बड़ा बयान ‘संसद नहीं चली तो मेरी गलती नहीं’
बजट सत्र में संसद सुचारू रूप से न चलने की वजह से बीजेपी और एनडीए ने ये ऐलान किया था कि उनके सांसद वेतन नहीं लेंगे, ऐसे में अब बीजेपी सांसद सुब्रण्यम स्वामी का बड़ा बयान आया है। हालांकि, इस मामले में तमाम सांसद अपनी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल, संसद न चलने के वजह से बीजेपी और एनडीए ने अपने अपने सांसदों को वेतन लेने से मना किया था, लेकिन अब स्वामी ने हैरान कर देने वाला बयान दिया है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
बीजेपी सांसद ने वेतन छोड़ने की बात पर बड़ा बयान दिया है। जी हां, स्वामी ने कहा कि वो रोजाना संसद जाते हैं, ऐसे में वो अपना वेतन नहीं छोड़ सकते हैं, क्योंकि संसद चलना या न चलना उनकी गलती नहीं है, ऐसे में वो अपना वेतन और भत्ता नहीं छोड़ेंगे। जी हां, सुब्रण्यम स्वामी ने कहा कि वो अपना वेतन किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे, इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि वे राष्ट्रपति के प्रतिनिधित्व हैं, ऐसे में अगर राष्ट्रपति उनसे वेतन छोड़ने के लिए कहेंगे तो ही वे वेतन छोड़ेंगे।
गौरतलब है कि बीजेपी नेताओं ने एक बयान जारी में कहा गया कि संसद न चलने की वजह से वो 23 दिनों का वेतन नहीं लेंगे, ऐसे में बीजेपी ने कांग्रेस पर भी बड़ा आरोप लगाया था, लेकिन अब यहां बड़ी बात ये सामने आ रही है कि वेतन छोड़ने के फैसले को लेकर बीजेपी में अनबन की बाते सामने आ रही है, क्योंकि सुब्रण्यम स्वामी वेतन को लेकर बड़ा बयान दिया है, जोकि बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि बजट सत्र में संसद पूरी तरह से ठप दिखाई दिया, जिसकी वजह से बीजेपी नेताओं ने वेतन छोड़ने का फैसला लिया है।
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए बीजेपी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने संसद में काम नहीं होने दिया, वो बार बार हंगामा करते हुए नजर आ रहे हैं, जोकि संसद के नियमों के खिलाफ है। इससे पहले वैंकेय नायडू ने सांसदो को फटकार लगाते हुए कहा था कि मुझे बार बार संसद इसलिए स्थगित करनी पड़ रही है, क्योंकि मैं नहीं चाहता हूं कि जनता देखे कि उनके प्रतिनिधि कितने लापरवाही से काम करते हैं, इसलिए इस बार के बजट सत्र में कामकाज बिल्कुल ठप रहा।
बताते चलें कि संसद में कामकाज न होने की वजह से देश का काफी नुकसान होता है, ऐसे में विपक्ष ने संसद को एक या दिन के लिए और चलाया जाए, ताकि थोड़ा बुहत कामकाज हो सके। इसके अलावा संसद में इस बार इराक मुद्दा, आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा को लेकर संसद में हंगामा होता रहा।