दुनिया के इस देश में है पाकिस्तानियों के जाने पर रोक, पासपोर्ट पर भी लिखा है इस देश में जाना मना है!
नई दिल्लीः कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में जैसे ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल का नाम लिया वैसे ही पाकिस्तान कि हवा खराब हो गई। दरअसल, इजरायल ही एकमात्र ऐसा देश है जहां आतंकी कभी जाने कि गलती नहीं करते हैं। अपने उदय के बाद से ही इजरायल इस्लामिक देशों का दुश्मन है।
पाकिस्तानी नहीं जा सकते इजरायल –
भारत का नंबर एक दुश्मन पाकिस्तान इजरायल से इस कदर डरता है कि पाकिस्तानी पासपोर्ट पर साफ शब्दों में लिखा होता है कि यह पासपोर्ट इजरायल को छोड़कर किसी भी देश के लिए मान्य है। पाकिस्तान भी इजरायल को अपना दुश्मन मानता है। कोई भी पाकिस्तानी नागरिक दुनिया में कहीं भी जा सकता है लेकिन वो इजरायल में कदम नहीं रख सकता।
क्यों है ये दुश्मनी –
पाकिस्तान और इजरायल के बीच संपर्क आजादी के शुरुआती दिनों से ही प्रांरभ हो गये थे। वर्ष 1947 और 1948 आते आते दोनों देशों के बीच के रिश्तों में कड़वाहट आ गई। 1947 में इजरायल के तत्कालिन प्रधानमंत्री डेविड बेन-गुरियन ने इसराइल को विश्व स्तरीय पहचान दिलाने के लिए पाकिस्तान संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना से सम्पर्क किया। पर स्वतंत्रता, इसराइल के लिए जिन्ना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इसके अलावा, 1952 में सर जफरुल्ला खान द्वारा अरब देशों की एकता और इसराइल की ओर अपनी कट्टरपंथी नीतियों को भी बढावा दिया गया।
पाकिस्तान को बर्बाद करने, इजराइल आया भारत के साथ –
भारत ने 1949 में इसराइल को संयुक्त राष्ट्र में शामिल करने के ख़िलाफ़ में वोट दिया था पर भारत ने 15 सितंबर 1950 में इसराइल को मान्यता दे दी थी। तभी से दोनों के बीच राजनयिक संबंध काफी खुले तौर पर तो कभी पर्दे के पीछे दिन पर दिन मजबुत ही होते जा रहे हैं।
अभी कुछ ही दिनों पहले इजराइल ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहिये। भारत में इजराइल के राजदूत डेनियल कैमरन ने उरी में हुये आतंकी हमले की निंदा करते की और कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ हर लड़ाई में इजराइल भारत के साथ है। कैमरन ने यह भी कहा कि भारत ही नहीं बल्कि इजराइल और अन्य कई देश आतंकवाद से पीड़ित होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।