प्रातःकाल सूर्यदेव के सामने खड़े होकर बोले ये 21 नाम, जल्द ही बुरे दिन बदल जायेंगे अच्छे दिनों में
सूर्यदेव के नाम का जाप: हर व्यक्ति को जीवन में किसी ना किसी चीज को लेकर परेशानी रहती है। कोई किसी चीज से परेशान रहता है तो कोई किसी चीज से। जीवन में हर समय एक जैसा नहीं होता है, ठीक वैसे ही हर दिन भी एक जैसा नहीं होता है। कोई दिन व्यक्ति के लिए अच्छा होता है तो कोई दिन उसके लिए बुरा होता है। जीवन में उतार-चढ़ाव लगा रहता है। लेकिन किसी-किसी व्यक्ति के जीवन में यह उतार-चढ़ाव कुछ ज्यादा ही होता है। उसके जीवन में बुरे समय का अंत ही नहीं होता है।
माना जाता है नौ ग्रहों में सर्वोच्च:
रविवार 1 अप्रैल से नए महीने की शुरुआत हो रही है। रविवार का कारक ग्रह सूर्य है और सूर्य देव को इस समय पृथ्वी पर दिखाई देने वाला इकलौता देवता माना जाता है। सूर्यदेव की वजह से ही इस पृथ्वी पर जीवन संभव हुआ है। यही वजह है कि हिन्दू धर्म में सूर्यदेव की पूजा की जाती है। सभी नौ ग्रहों में सूर्यदेव को सर्वोच्च माना जाता है और इन्हें ग्रहों के राजा के रूप में पूजा जाता है। सूर्य पञ्च देवों में से एक हैं।
घर-परिवार में मिलने लगता है मान-सम्मान:
ऐसा माना जाता है कि अगर जिस व्यक्ति की कुंडली में कोई दोष हो तो वह सूर्य पूजा से दूर हो जाता है, इसके साथ ही व्यक्ति के जीवन से बुरा समय भी दूर हो जाता है। जीवन में आ रही परेशानियाँ स्वतः ही ख़त्म होने लगती हैं और व्यक्ति का जीवन खुशहाली से भर जाता है। आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत नए महीने से करने पर घर परिवार में मान-सम्मान मिलेगा और रूपये-पैसे की कमी से भी छुटकारा मिल जायेगा। आपको बता दें बताये जा रहे यह उपाय कोलकाता की एस्ट्रोलॉजर दीक्षा राठी के अनुसार है।
सूर्यदेव के 21 चमत्कारी नाम:
हिन्दू धर्म शास्त्रों में सूर्यदेव के 21 चमत्कारी नामों के बारे में बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यति सूर्यदेव के इन चमत्कारी नामों का जाप करता है, सूर्यदेव उससे बहुत प्रसन्न होते हैं और उसके जीवन की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते हैं।
सूर्यदेव के 21 चमत्कारी नाम:
*- विकर्तन
*- विवस्वान
*- मार्तण्ड
*- भास्कर
*- रवि
*- लोकप्रकाशक
*- श्रीमान
*- लोकचक्षु
*- गृहेश्वर
*- लोकसाक्षी
*- त्रिलोकेश
*- कर्ता
*- हर्ता
*- तमिस्त्रहा
*- तपन
*- तापन
*- शुचि
*- सप्ताश्ववाहन
*- गभस्तिहस्त
*- ब्रह्मा
*- सर्वदेवनमस्कृत
इस तरह से करें सूर्यदेव के नामों का जाप:
प्रातःकाल उठने के बाद स्नान आदि करके साफ़ वस्त्र धारण करें। तत्पश्चात सूर्यदेव को ताम्बे के लोटे से जल चढ़ाएं, इसके साथ ही सूर्यदेव के इन 21 नामों का जाप भी करें। नाम का जाप करने के बाद जीवन की परेशानियों जको दूर करने के लिए सूर्यदेव से प्रार्थना करें। ज्योतिष के अनुसार सूर्यदेव को मान-सम्मान का कारक ग्रह माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य अशुभ स्थिति में होता है, उन लोगों को अपने परिवार में मान-सम्मान नहीं मिलता है। ऐसे में व्यक्ति को प्रत्येक दिन सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए।