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पेपर लीक: सीबीएसई ने जारी की परीक्षा की डेट, सिर्फ इन बच्चों को ही देना होगा एग्जाम
पेपर लीक से विवादों में जूझ रहा सीबीएसई ने आखिरकार परीक्षा की डेट रिलीज कर दी। यहाँ सीबीएसई ने सिर्फ बारहवीं की परीक्षा की डेट जारी की है, लेकिन दसवीं की परीक्षा को लेकर अभी भी अटकलें जारी है। बता दें कि सीबीएसई पेपर लीक का विवाद बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे में स्टूडेंट्स का प्रदर्शन भी जारी है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
सीबीएसई पेपर लीक से जहां एक तरफ़ घमासान मचा हुआ है तो वही दूसरी तरफ इसको लेकर स्टूडेंट्स में खलबली मची हुई है, क्योंकि इतनी तैयारी के बाद उन्होंने पेपर दिया था, ऐसे में अब उन्हें ये पेपर दोबारा देना पड़ेगा, जिसके उन्हें नये सिरे से तैयारी करनी पड़ेगी। बता दें कि इस बीच बारहवीं के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी करनी है, ऐसे में उनकी टेंशन और भी ज्यादा बढ़ गयी है। तो चलिये अब आपको बताते हैं कि आखिर कहाँ कहाँ के बच्चों को दोबारा परीक्षा देनी होगी
बताते चले कि सीबीएसई ने कहा कि बारहवीं की अर्थशास्त्र की परीक्षा 25 अप्रैल को होगी तो वही दूसरी तरफ दसवीं की परीक्षा की डेट रिलीज नहीं कि है। सूत्रों की माने तो यह पेपर जुलाई में हो सकता है, ऐसे में बच्चों की टेंशन जुलाई तक बरकरार रहेगी। याद दिला दें कि हाल ही में बारहवीं की अर्थशास्त्र और दसवीं की गणित के पेपर लीक हो गए थे, ऐसे में सीबीएसई बोर्ड ने इन दोनों की परीक्षा दोबारा कराने का फैसला लिया, जिसकी डेट अब सीबीएसई ने रिलीज कर दी है।
जी हां, इन दोनों विषय के पेपर को सिर्फ दिल्ली और हरियाणा के छात्रों को ही देना पड़ेगा। बाकी जगह दोबारा परीक्षा नहीं होगी। बता दें कि बोर्ड का कहना है कि पेपर लीक से सिर्फ दिल्ली और हरियाणा ही प्रभावित है, ऐसे में यहीं दोबारा परीक्षा होगी। ऐसे में छात्रों के बीच और भी गुस्सा का माहौल है, क्योंकि उनकी मांग है कि या तो सभी परीक्षा एक साथ हो या फिर एक भी नहीं, ऐसे में छात्रों का कहना है कि एक पेपर नहीं संभाल सकते ही तो देश क्या संभालोगे?
आपको बता दें कि एचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावेडकर ने छात्रों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि मामले में जो भी दोषी होगा, उस पे कड़ी कार्रवाई होगा, ताकि भविष्य में बच्चों ऐसी समस्याओं से न जूझना पड़े। हालांकि, मिनिस्टर चाहे जो कुछ भी क्यों न कहें लेकिन एक बात तो साफ है कि देश की शिक्षा व्यवस्था अब कठघरे में आ पहुची है।