ताजमहल में अब सिर्फ तीन घंटे ही रूक सकेंगे टूरिस्ट, जानिये क्या है पूरा मामला?
ताजमहल का नया नियम: ताजमहल को लेकर एक बड़ा फैसला आया है। जी हां, ताजमहल को लेकर प्रशासन ने एक बड़ा बदलाव किया है, जोकि एक अप्रैल से लागू होगा। ताजमहल पिछले कुछ महीनोंं से विवादो से जूझ रहा है, जिसके बाद अब एक बड़ा फैसला आया है। ताजमहल में अब सिर्फ तीन घंटे ही टूरिस्ट रूक सकेंगे। इसके पीछे की वजह क्या है, इसे जानने के लिए आपको हमारे इस रिपोर्ट को आखिरी तक पढ़ना पड़ेगा। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
प्यार की निशानी ताजमहल में टूरिस्टों को अब ज्यादा देर तक रूकने नहीं दिया जाएगा, इसके लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। बता दें कि ताजमहल को देखने के लिए लोग विदेशों से भी आते हैं। यहां रोज भारी संख्या में टूरिस्ट आते हैं, जिसकी वजह से अब प्रशासन ने इसको लेकर बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन ने कहा कि अब से सिर्फ तीन घंटे ही टूरिस्ट ताजमहल में रूक सकेंगे। इस फैसले को कामकाज का बोझ कम करने के लिए लिया गया है।
बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा जारी एक नोटिस के अनुसार, 17वीं शताब्दी के स्मारक पर ‘मानव भार’ को कम करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। जी हां, पुरातत्व विभाग का कहना है कि भारी संख्या में पर्यटक आते हैं, जिसकी वजह से काम का बोझ ज्यादा हो गया है और भीड़ भी ज्यादा रहती है, ऐसे में नये नियम के तहत हर पर्यटक ताजमहल में सिर्फ तीन घंटे ही रूक सकता है, इससे भीड़ भी कम होगी और काम का बोझ भी कम रहेगा।
बताते चलें कि ताजमहल पिछले कुछ महीनों से विवादों में जूझ रहा है, लेकिन अब इसको लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। आपको बता दें कि सूत्रों की माने तो अब एक रूपरेखा तैयार की जा रही है क्योंकि टिकटों की जांच के लिए और नए समय के निर्देशों को लागू करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की आवश्यकता होगी, ऐसे में फिलहाल के लिए टूरिस्टों को तीन घंटे ही रूकने दिया जाएगा, लेकिन ये नियम 1 अप्रैल से लागू होगा।
हाल ही में ताजमहल को बचाने के लिए जूलूस भी निकाला गया था। इस जूलूस का मकसद यह था कि ताजमहल को वायु प्रदूषण से बचाना था। रामनवमी के मौके पर इसको लेकर कुछ लोगों ने जूलूस भी निकाला था। बता दें कि योगी सरकार ने यमुना पर ताजमहल की प्रवाह की दिशा में एक बैराज की घोषणा की है, लेकिन इसकी आधारशिला रखने के लिए कोई तारीख तय नहीं की गई है, ऐसे में प्रदर्शनकारियों ने इसको लेकर जमकर प्रदर्शन किया था।