शायद इसे ही कहते हैं किस्मत, खपरैल के घर में रहने वाली लड़की शादी के बाद विदा हुई हेलिकॉप्टर से
लड़की हेलिकॉप्टर से हुई विदा: अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि किस्मत मेहरबान तो गधा भी पहलवान। इसका मतलब यह होता है कि जिसके साथ किस्मत होती है उसके साथ सबकुछ अच्छा होता है। बुरे से बुरे समय में भी उस व्यक्ति को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। कई लोगों का जीवन पहले से ही तय होता है कि उन्हें जीवन में क्या करना है। अच्छी किस्मत वाले लोग जिस चीज के बारे में कभी सोचते भी नहीं हैं, वही उनके साथ होता है। हाल ही में एक ऐसी घटना देखने को मिली है, जिसके बारे में जानकर यक़ीनन आपको हैरानी होगी।
माता-पिता बोले सच में हमारी बेटी है बहुत खुशनसीब:
इंदौर के पास जावरा में पठानटोली की एक तंग गली केवल चादर से ढंके दो कमरे में रहने वाली शाहिस्ता का जीवन अचानक से ऐसे बदल गया, जिसके बारे में ना ही उसने और ना ही किसी और ने सोचा था। जो शाहिस्ता कभी टूटे-फूटे घर में रहती थी अचानक मंगलवार को वह हेलिकॉप्टर में बैठकर ससुराल विदा हुई। बेटी की विदाई के दौरान फल बेचने वाले पिता और सिलाई करने वाली माँ की आँखें आंसुओं से भर गयी। वे रुंधे हुए गले से बोले कि सच में हमारी बेटी बहुत ज्यादा खुशनसीब है।
तीन साल पहले हुई थी शाहिस्ता की सगाई:
मैट्रिक पास शाहिस्ता का कहना है कि, “मैंने सपने में भी यह नहीं सोचा था कि मुझसे निकाह करने के लिए कोई हेलिकॉप्टर में बैठकर आएगा। खुदा ने बिना मांगे ही मुझे सारे जहाँ की ख़ुशी दे दी।“ आपको बता दें पठानटोली के रहने वाले वाहिद खान की बेटी शाहिस्ता की सगाई आज से तीन साल पहले राजस्थान के कोटा जिले में रहने वाले खनिज व्यापारी आरिफ खान के बेटे हाजी आसिफ खान से हुई थी। सोमवार को आसिफ रतलाम हेलिकॉप्टर में बैठकर शादी करने के लिए आये और मंगलवार की सुबह शादी करके दुल्हन को हेलिकॉप्टर से ले गए।
पहली ही नज़र में शाहिस्ता को कर लिया था पसंद:
शाहिस्ता की माँ आसिफ बी ने बताया कि तीन साल पहले वह मुगलपुरा में अपनी बहन से मिलने के लिए गयी हुई थी। वहीँ पड़ोस में रहने वाली रहना बी ने शाहिस्ता को देखकर कहा कि इतनी सुन्दर सुशील लड़की मुझे पहले क्यों नज़र नहीं आई। इसके बाद उन्होंने सुकेत के रहने वाले खनिज व्यापारी आरिफ खान के बेटे से शादी की बात चलाई। उसके बाद सुकेत से आरिफ खान अपनी माँ के साथ मुगलपुरा में बेटी को देखने आये। पहली नज़र में उन्होंने भी शाहिस्ता को पसंद कर लिया। उस समय रहना बी ने कहा कि तेरी बेटी बहुत खुशनसीब है। उन्होंने कहा कि ये लोग 50 से ज्यादा लड़कियां देख चुके हैं लेकिन कहीं रिश्ता तय नहीं हुआ।
अमीरी-गरीबी से नहीं है कोई मतलब, शाहिस्ता पसंद है हमें:
आपको बता दें आसिफ खान के भाई आदिल खान का भी निकाह सोमवार को जावरा के ही जुलाहपुरा में एक किसान की बेटी से हुआ। दोनों भाई एक साथ ही हेलिकॉप्टर में बैठकर सुकेत के लिए रवाना हुए। शाहिस्ता की माँ ने बताया कि रिश्ते की बात चलने पर जब वो सुकेत पहुंची तो उन्हें पता चला कि आसिफ और उनके पिता आरिफ बहुत बड़े कारोबारी हैं। उनका ठाठ-बाठ देखकर मैंने कहा आप अमीर हैं और हम गरीब। हमारे पास तो रहने के लिए भी घर नहीं है। मैं सिलाई करती हूँ और पति फलों का ठेला लगाते हैं। ऐसे में रिश्ता कैसे होगा? इतना सुनकर आसिफ और उनके पिता ने कहा कि अमीर-गरीब से कुछ नहीं होता हमें शाहिस्ता पसंद है बस हमें कुछ और नहीं चाहिए।