रसियन हसीना का भारतीय छोरे पर आया दिल, भारत आकर पुरे रीति-रिवाज से मंदिर में रचाई शादी
रशियन लड़की और इंडियन ब्वॉय की शादी: सही कहा जाता है कि ना ही प्रेम की कोई भाषा होती है और ना ही प्रेम के बीच में कोई सरहद होती है। सच्चा प्रेम इन सबसे कहीं बढ़कर होता है। आये दिन सच्चे प्रेम की कहानी सुनने को मिलती है। इनमें से कुछ ऐसी भी प्रेम कहानी होती है, जो किसी को भी हैरान कर सकती है। जब लोग प्रेम में होते हैं, तो उन्हें ना ही कुछ अच्छा लगता है और ना ही कुछ बुरा लगता है। प्रेम में होने पर व्यक्ति किसी की परवाह भी नहीं करता है। जा ही उसे जमाने का डर होता है और ना ही उसकी परवाह।
भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर रह गयीं यहीं:
भारत के छोरों में कोई ना कोई खास बात तो है ही जो अक्सर विदेशी छोरियां इनके ऊपर मर मिटती हैं और बात शादी तक पहुँच जाती है। पिछले कुछ सालों में कई विदेशी छोरियों का दिल भारतीय छोरों ने चुराया है। केवल यही नहीं विदेशी छोरियों ने भारत आकर उनसे शादी भी रचाई है। यह किसी भी देश के लिए महत्वपूर्ण बात है। भारत की संस्कृति से प्रभावित होकर उनमें से कई छोरियां यहीं की होकर रह भी गयी तो कुछ अपने साथ अपने भारतीय पति को लेकर चली गयीं।
एक-दूसरे के साथ खायी जीने-मरने की कसमें:
आज हम आपको सरहदों की बंदिशों को पार करते हुए एक ऐसे ही प्रेम की दास्ताँ सुनाने जा रहे हैं। जी हाँ पहले ऑनलाइन चैटिंग के जरिये दोस्ती हुई फिर ये दोस्ती प्यार में बदली और दो संस्कृतियाँ एक हो गयी। दरअसल खजुराहों के एक लड़के को एक रसियन लड़की से प्रेम हुआ और दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। नवरात्री के पावन मौके पर दोनों ने हिन्दू रीति-रिवाज से मंदिर में शादी की और अग्नि देवता के समक्ष एक-दुसरे के साथ जीने-मरने की कसमें भी खाई।
4 साल पहले ही कर लिया था रूस की कोर्ट में शादी:
आपको बता दें खजुराहों का रहने वाला अंजुल सिंह राजावत रूस की राजधानी मॉस्को में होटल का कारोबार करता है। आज से सात साल पहले ऑनलाइन वेबसाइट के जरिये रूस की रहने वाली श्वेतालाना नाम की लड़की से दोस्ती हुई। दोनों की दोस्ती समय के साथ गहरी होती गयी और धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गयी। इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया। हालाँकि दोनों ने आज से 4 साल पहले ही रूस के एक कोर्ट में शादी कर ली थी। उसके बाद से दोनों साथ ही रह रहे थे। लेकिन कुछ दिनों पहले अंजुल श्वेतालाना के साथ खजुराहों अपने परिजनों से मिलने के लिए आया था।
संस्कृति से प्रभावित होकर किया हिन्दू रीति-रिवाज से शादी करने का फैसला:
जब श्वेतालाना ने यहाँ की संस्कृति देखी तो उसने हिन्दू रीति-रिवाज से शादी करने का फैसला लिया। श्वेतालाना का यह प्रस्ताव अंजुल ने स्वीकार किया और शादी के लिए बुधवार का दिन चुना। खजुराहो के बघराजन मंदिर में पुरे रीति-रिवाज के साथ हिन्दू मंत्रोच्चार के बीच अग्नि के समक्ष सात फेरे किये गए। वर-वधु ने मंत्रोच्चार के बीच एक दूसरे को वरमाला भी पहनाई। आपको बता दें इस शादी की सबसे खास बात यह रही कि इस शादी में शरीक होने के लिए श्वेतालाना के परिवार के लोग रूस से भारत आये थे।