स्वास्थ्य

थायराइड को जड़ से खत्म कर देंगे ये चमत्कारी घरेलू उपाय, जरूर आजमाएं

आजकल लोगों में थायराइड की समस्या आम होती जा रही है.. जिसका मुख्य कारण तनाव भरी लाइफ स्टाइल और अनियमित खान-पान है।दरअसल एक तरह से थायरायड साइलेंट किलर है.. क्योंकि इसके लक्षण बहुत देर में पता चलते हैं और जब तक पता चलता है तब तक स्थिति खतरनाक हो जाती है.. यहां तक कि कई बार ये जानलेवा साबित होता है। ऐसे में जैसे ही इसकी पहचान हो इसकी उचित रोकथाम बेहद जरूरी है । खासकर खानपान पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो उचित आहार का सेवन कर थायरायड पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। चलिए जानते थायरायड में कौन से खाद्य पदार्थों का सेवन फायदमंद साबित होता है।

वैसे आपको बता दें कि वास्तव में थायराइड एक ग्रंथि का नाम है जिसकी वजह से ये रोग होता है.. ऐसे में आम भाषा में लोग इस समस्या को थायराइड कहते हैं।  थायरायड ग्रंथि तितली के आकार की होती है जो कि गर्दन में श्वास नली के ऊपर, वोकल कॉर्ड के दोनों ओर दो भागों में बनी होती है। ये थायराइड ग्रंथि थाइराक्सिन नामक हार्मोन बनाती है जिससे शरीर में एनर्जी, प्रोटीन उत्पादन और शरीर में मेटाबॉलिज्म की ग्रंथियों को भी कंट्रोल करती है।

ऐसे में थायराइड की वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और शरीर में दूसरी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। थायराइड के सामान्य लक्षणों में जल्दी थकान होना, सुस्त रहना, डिप्रेशन में रहने लगना, काम में मन न लगना, याद्दाश्त कमजोर होना के साथ मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना शामिल हैं। ऐसे मे ऐसे किसी भी लक्षण के दिखते ही इसका उपचार बेहद जरूरी है। आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके सेवन से थायराइड को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

अदरक

वैसे अदरक के औषधिय गुणों से तो हम सब वाकिफ है.. पर आपको बता दे कि अदरक खासतौर पर थायराइड के निवारण में बेहद उपयोगी है। दरअसल इसमें मौजूद पोटेशियम, मैग्नीश्यिम जैसे तत्व थायराइड की समस्या से निजात दिलवाते हैं.. अदरक में मौजूद एंटी-इंफलेमेटरी गुण थायराइड को बढ़ने से रोकता है और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार लाता है।

दूध और दही का सेवन

वहीं थायराइड की समस्या में दही और दूध का सेवन भी फायदेमंद साबित होता है.. ऐसे में थायराइड से ग्रसित लोगों को दूध और दही  का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। दूध और दही में मौजूद कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स थायराइड से ग्रसित लोगों को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं।

मुलेठी का सेवन

थायराइड से ग्रसित व्यक्ति को सबसे अधिक समस्या थकान की होती है .. वे बहुत जल्दी ही थक जाते हैं। ऐसे में थायराइड के रोगियों के लिए मुलेठी का सेवन फायदेमंद होता है। मुलेठी में मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथी को संतुलित करते हैं जिससे थकान से निजात मिलती है और शरीर को उर्जा मिलती है। साथ ही मुलेठी थायराइड में कैंसर को बढ़ने से भी रोकता है।

गेहूं और ज्वार का इस्तेमाल

थायराइड से निजात में में गेहूं और ज्वार का सेवन भी मददगार होता है। आयुर्वेद में गेहूं और ज्वार को थायराइड दूर करने का सबसे बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय बताया गया है। साथ ही ये साइनस, उच्च रक्तचाप और खून की कमी जैसी समस्याओं को नियंत्रित करने में भी सहायक है।

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