अध्यात्म

मिलिए दुनिया के इकलौते शाकाहारी मगरमच्छ से जो करता है मंदिर की रक्षा और खाता है चावल

शाकाहारी मगरमच्छ: प्रकृति रचित इस दुनिया में कई चमत्कार देखने को मिलते हैं। प्रकृति चमत्कारों और रहस्यों से भरी हुई है। विज्ञान भी आजतक प्रकृति के कई चमत्कारों और रहस्यों के बारे में खुलासा नहीं कर पाया है। इस पृथ्वी पर अगर जीवन संभव हुआ है तो वह किसी और नहीं बल्कि प्रकृति की वजह से ही संभव हुआ है। प्रकृति ने इस पृथ्वी पर जीवन के लिए सभी चीजें बनाई हैं। नदियाँ, जंगल, पहाड़ समुद्र सब प्रकृति की ही देन हैं। बिना इन सब चीजों के इंसानों का जीवन संभव नहीं है।

आज भी पता लगाने की कर रहे हैं कोशिश:

प्रकृति ने ही इस पृथ्वी पर इंसानों की रचना की है। जो लोग प्रकृतिवादी हैं उनका यह मानना है कि इस धरती को प्रकृति ने बनाया है, जबकि कुछ लोगों के अनुसार इसकी रचना किसी और वजह से हुई है। हालाँकि सच्चाई क्या है, अब तक स्पष्ट नहीं हो पायी है। प्रकृति ने पृथ्वी और जल का संतुलन बनाने के लिए तरह-तरह के पेड़-पौधे जीव-जंतुओं का निर्माण भी किया है। इस पृथ्वी पर अभी भी कई ऐसे जीव मौजूद हैं, जिनके बारे में कोई नहीं जानता है। वैज्ञानिक आज भी इन चीजों के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।

जलीय जीवों के बारे में मिल पायी है बहुत कम जानकारी:

अगर बात जमीन की की जाए तो जमीन पर भी हर तरह के जीव-जंतु मौजूद हैं। इनमें से कुछ बहुत ही ज्यादा प्यारे हैं तो कुछ बहुत ही ज्यादा खूंखार हैं। कुछ जानवरों को देखकर यही लगता है कि इनसे सपने में भी पाला ना पड़े तो ठीक होगा। जमीन पर रहने वाले जानवरों में सबसे खतरनाक जानवर शेर को माना जाता है। शेर को जंगल का राजा भी कहा जाता है। इसके साथ ही जल के अन्दर भी कई तरह के जीव-जंतु रहते हैं। जमीन की अपेक्षा जलीय जीवों के बारे में बहुत कम जानकारी हासिल हो पायी है।

मगरमच्छ होता है प्राकृतिक रूप से मांसाहारी जीव:

आज भी जल के अन्दर कई ऐसे जीव मौजूद हैं, जिनके बारे में कोई नहीं जानता है। जल में रहने वाले सबसे खूंखार जीवों की बात करें तो अभी तक शार्क के बारे में ही पता चल पाया है, लेकिन एक और जलीय जिव है जो अपने शिकार करने के तरीके के लिए जाना जाता है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं मगरमच्छ की जो जल और जमीन दोनों जगहों पर आसानी से रह सकता है। यह शिकार करने में इतना ज्यादा माहिर होता है कि इसके चंगुल में एक बार फंसने के बाद बाहर निकलना मुश्किल होता है। मगरमच्छ प्राकृतिक रूप में मांसाहारी जीव है।

किसी को नुकसान नहीं पहुँचाता है मगरमच्छ:

लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि मगरमच्छ भी शाकाहारी हो सकता है। यह सुनकर ही हंसी आ रही होगी, लेकिन जनाब इस दुनिया में कुछ भी हो सकता है। आज हम आपको दुनिया के इकलौते शाकाहारी मगरमच्छ के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल हम जिस शाकाहारी मगरमच्छ की बात कर रहे हैं, वह कहीं और नहीं बल्कि भारत के केरल में ही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मगरमच्छ का नाम बबिया है। यह मगरमच्छ केरल के मशहूर अनंतपुरा लेक की रक्षा करता है। यह मंदिर के गार्जियन की तरह है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से शाकाहारी है और यह केवल मंदिर में चढ़ने वाले चावल-गुड को खाता है। यह किसी को नुकसान भी नहीं पहुँचाता है।

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