मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस ला सकती है अविश्वास प्रस्ताव
केंद्र की मोदी सरकार क इन दिनों चौ-तरफा हमलोंं का सामना करना पड़ा रहा है। जी हां, मोदी सरकार को जहां एक तरफ विपक्ष की आलोचनाओं से जूझना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ अपनी सहयोगी दलों से भी लड़ना पड़ रहा है, ऐसे में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की बात हो रही है। बता दें कि इस समय दो अविश्वास प्रस्ताव की बात हो रही है, लेकिन दोनों में से किसी भी अविश्वास प्रस्ताव से केंंद्र सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि उसके पास बहुमत के आकड़े से ज्यादा सीटेंं है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिलाने की मांग को लेकर बीजेपी से अलग थलग हुई टीडीपी और टीवाईएस केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ पिछले कई दिनों से अविश्वास प्रस्ताव लाने के फिराक में है, लेकिन संसद में हंगामे के बीच इस प्रस्ताव पर सुनवाई नहीं हो पा रही है, ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव बीच में लटका हुआ है। याद दिला दें कि अविश्वास प्रस्ताव को संसद में लाने के लिए टीडीपी और टीवाईएस ने बड़ी मेहनत की लेकिन उसके मेहनत पर हर बार पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है।
गौरतलब है कि आंध्र को विशेष दर्जा न देने के बाद विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के फिराक में है, इसके लिए लगभग पार्टियों के दलों ने अपना समर्थन दे दिया है, लेकिन यहां सबसे बड़ी बात ये है कि इस मुद्दे को लेकर विपक्ष गंभीर नहीं दिखाई दे रही है, यही वजह है कि सदन में लगातार हंगामा जारी है। तो वहीं मोदी सरकार विपक्ष पर इस बात का आरोप लगा रही है कि विपक्ष संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चलने दे रही है, ऐसे में अब ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या टीडीपी अविश्वास प्रस्ताव लाने में सफल हो पाती है या नहीं ये तो खैर वक्त ही बताएगा।
मोदी सरकार के खिलाफ अब कांग्रेस भी ला सकती है अविश्वास प्रस्ताव
टीडीपी के बाद अब कांग्रेस भी मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के मूड में नजर आ रही है। सूत्रों की माने तो पार्टी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी, जोकि संभवत मंगलवार को पेश हो सकता है, ऐसे में इसके पीछे की वजह क्या है ये अभी पूरी तरह से साफ नहीं हुई हैं।
यहां भी वही पेंच फंसता है कि संसद में अगर शांति नहीं होगी तो कांग्रेस का भी अविश्वास प्रस्ताव धरा का धरा ही रह जाएगा, जोकि विपक्ष के लिए शर्मनाक बात होगी, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी को इससे बड़ा फायदा मिल सकता है, क्योंकि अब इस सत्र को खत्म होने में ज्यादा वक्त नहीं रह गया, ऐसे में अभी इन प्रस्तावों पर कार्यवाही नहीं हुई तो संसद के अगले सत्र के लिए विपक्ष को इंतजार करना पड़ेगा।