फेसबुक विवाद में कूदे शिवराज बोले ‘हमने जनता का दिल चुराया है’
बीते दिनों से फेसबुक डाटा लीक का मामला अपने चरम पर है, ऐसे में अब इस पर सियासत भी जोरोंं से हो रही है। बता दें कि फेसबुक डाटा लीक मामले में देश की दो बड़ी पार्टियां आपस में लड़ रही है, ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर चुनाव के समय डाटा चोरी करना कितना सही है? हालांकि, इस मामले में फेसबुक सीईओ जकरबर्ग ने माफी मांग ली है, लेकिन इस पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है। आइये जानते हैं कि शिवराज सिंह चौहान ने ये क्यों कहा कि हमने जनता का दिल चुराया है?
फेसबुक विवाद में बीजेपी ने कांग्रेस पर डाटा चोरी करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस 2019 का चुनाव जीतने के लिए डाटा चोरी है, तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि 2014 का चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने डाटा चोरी किया था। डाटा किसने चोरी किया और क्यों किया, ये एक अलग मसला लेकिन यहां बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि आखिरी देश की जनता के साथ ऐसा काम क्यों किया गया, क्या पार्टियों को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं, जो इस तरह की हरकते करती हुई नजर आती है?
बताते चलें कि जब फेसबुक का विवाद बढ़ा तो फेसबुक सीईओ ने माफी मांगने के साथ ही फेसबुक की सुरक्षा को बढ़ाने का ऐलान भी किया। इस दौरान जकरबर्क ने कहा कि फेसबुक की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किये जा रहे हैं। खास तौर पर भारतीय चुनावो में फेसबुक डाटा का विशेष ध्यान रखा जाएगा, ताकि फिर से डाटा लीक का मामला सामने न आएं, ऐसे में फेसबुक विशेष कदम उठाएगा।
फेसबुक विवाद में कूदे शिवराज
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि आप चुनाव जीतने के लिए डाटा चोरी करते हैं, लेकिन हमने जो जनता का दिल चुराया है, उसके दिल से आप हमें बाहर कैसे निकाल पाएंगे? गौरतलब है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी आपस में लड़ती झगड़ती नजर आ रही है। इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि सरकार इराक मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की मनगढ़त कहानियां बुन रही है, जोकि किसी भी नजरिये से ठीक नहीं है।
सूचना एंव प्रसारण और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सबसे पहले कांग्रेस पर डाटा चोरी का आरोप लगाया था, जिसके बाद से इस मुद्दे पर सियासी जंग खूब देखने को मिल रही है। बता दें कि पार्टियों का एक दूसरे पर आरोप है कि जनता का डाटा चोरी करके चुनाव जीतने की कोशिश होती है।