आज का दिन सुहागनों के लिए बहुत खास माना जाता है क्योंकि आज करवा चौथ है और इस दिन हर सुहागन करवा चौथ का व्रत रख कर अपने पति के सुखी जीवन की कामना करती है !
ये तो सबको मालूम है कि करवा चौथ का व्रत महिलाओ के लिए किसी त्यौहार से कम नही होता क्योंकि इस दिन केवल सुहागने ही नहीं बल्कि अविवाहित लडकिया भी शिव जी जैसा वर पाने के लिए ये व्रत रखती है ! पर क्या आप जानते है इस व्रत का जैसा अच्छा संयोग आज बन रहा है वो मुश्किल से सौ सालों बाद आता है !ऐसा माना जा रहा है कि इस बार का करवा चौथ का व्रत कुछ खास है और इस दिन सभी गृह अपनी अपनी दिशा में स्थित है इसलिए इस बार के व्रत का फल बहुत अच्छा मिलेगा ! वैसे इस बार इस व्रत में क्या खास है आईये हम आपको बताते है !
करवा चौथ का व्रत पर बन रहे है नक्षत्रो के अच्छे संयोग
इस बार करवा चौथ का व्रत बुधवार के दिन यानि रोहिणी नक्षत्र के ग्रहो के अंतर्गत आया है और शास्त्रो के अनुसार इसे बहुत ही शुभ संयोग माना गया है क्योंकि इस दिन ही रिद्धि सिद्धि के दाता गणेश चतुर्थी का संयोग बनता दिखाई दे रहा है जो कि बहुत ही शुभ संकेत है ! ऐसा कई सालों में एक बार ही होता है ! अब जब गणेश चतुर्थी का संयोग बन रहा है तो इस दिन गणेश जी की पूजा का भी विशेष महत्व है ! अगर नक्षत्रो की बात करें तो इस दिन चंद्रमा शुक्र की राशि वृष में,और बुध अपनी ही राशि कन्या में होंगे, जब कि शुक्र और शनि नक्षत्र एक साथ वृश्चिक राशि में विराजमान रहेगे.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक देखा जाये तो इस बार करवा चौथ का व्रत रखने से महिलाओं को 100 व्रतों जितना विशेष फल प्राप्त होगा ! इतना ही नहीं यह करवा चौथ न केवल लंबी उम्र का फल देगा बल्कि संतान की कामना करने वालों को संतान प्राप्ति का फल भी देगा ! तभी तो इस बार इस व्रत को इतना खास माना जा रहा है !
अब जहाँ अच्छे नक्षत्रो की बात हुई है वही इसमें कुछ विघ्न भी नज़र आ रहे है जो अपयश यानि कुछ बुरा होने की तरफ भी संकेत करते है ! आईये आपको विस्तार से बताते है कि आखिर इस बार व्रत में क्या दोष नज़र आ रहे है !
करवा चौथ पर कैसे लग सकता है अपयश ..
इस बार एक तरफ तो नक्षत्रो की अच्छी दिशा और दशा बन रही है वही दूसरी तरफ ये भी बताया गया है कि इस बार चाँद को देखना अपयश का कारण बन सकता है क्योंकि शास्त्र अनुसार अपयश और चतुर्थी दोनों में बहुत गहरा सम्बन्ध है ! इसलिए दोनों यदि मिल जाये तो कुछ बुरा होने के संकेत मिल सकते है ! दरअसल शास्त्र में चतुर्थी को खला यानि बुरा मानते है और इसलिए इस दिन कोई भी शुभ कार्य नहीं करते ! ऐसा भी माना जाता है कि यदि चतुर्थी के दिन चन्द्र दर्शन किये जाये तो जीवन में कलंक भी लग सकता है अर्थात कुछ अच्छा होने की बजाय कुछ बुरा भी हो सकता है ! पर डरने की कोई बात नहीं है क्योंकि जहाँ एक तरफ अपयश की बात बताई गयी है वही दूसरी तरफ इससे बचने का उपाय भी बताया गया है !
कैसे दूर करे इस अपयश को ..
करवा चौथ के इस दोष को दूर करने के लिए आप भगवान् गणेश के सामने दीपक जला कर पूजा करे और उन्हें लड्डूओ का भोग जरूर चढ़ाये ! साथ ही 108 बार ” वक्रतुंडाय हुं” मंत्र का जाप करे ! आपका विघ्न आवश्य ही दूर हो जायेगा ! इसके बाद तांबे के लोटे में पानी लेकर आँखे नीचे करके ही चाँद को अर्घ दे इससे दोष तो खत्म होगा ही साथ ही आपका व्रत भी सफल होगा ! यही वजह है कि महिलाये चाँद को सीधे देखने की बजाय छलनी से या उसकी परछाई देख कर ही अर्घ देती है ताकि उनका व्रत लाभकारी हो !
करवा चौथ को कैसे बनाये खास ..
ये तो तय है कि इस व्रत को लेकर सभी महिलाओ में उत्साह देखते ही बनती है ! पर इस दिन न केवल पति की लंबी उम्र की कामना करे बल्कि इस दिन भगवान् शिव, माता पारवती, गणेश जी , कार्तिकेय और चन्द्र देवता का पूजन भी जरूर कीजिये ! चाँद निकलने के बाद चंद्रमा को अर्घ देकर उसकी पूजा करे ! फिर पूजा के बाद मिट्टी के करवे यानि मिटटी के छोटे छोटे गरबो में चावल, उड़द की दाल और सुहाग की सारी सामग्री रखकर अपनी सास या अगर किसी भी सुहागिन का आशीर्वाद लेकर उसे भेंट करे ! इस तरह अपनी पूजा की विधि पूरी करे !
इस करवा चौथ पर जो भी शुभ अशुभ संकेत मिल रहे है उसको ध्यान में रख कर अपने व्रत को पूरा करे और यकीन मानिये इस बार ये व्रत सभी महिलाओ के लिए बहुत यादगार सिद्ध होगा क्योंकि 100 सालों बाद बना ये संयोग महिलाओ के लिए काफी फलदायक माना जा रहा है ! इसलिए आप भी इस व्रत को अच्छे से पूरा कीजिये और अपने अपनों की सुख शांति की शुभ कामना कीजिये !