जम्मू कश्मीर: आतंकियों के ठिकाने से मिला चीन का झंडा, बड़ा सवाल – क्या अब भारत के खिलाफ चीन चला रहा है “आंतकी संगठन”
श्रीनगर: कश्मीर के बारामूला में संभवत: पहली बार सुरक्षालों ने आतंकियों के संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान सुरक्षा बलों ने चीन के झंडे और आपत्तिजनक सामान बराम किया। साथ ही आतंक से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने वाले 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। Chinese flag and ammunition recovered in baramulla.
ज्वाइंट टीम ने की कार्रवाई –
सेना, जम्मू और कश्मीर पुलिस, बीएसएफ और सीआरपीएफ की ज्वाइंट टीम ने काजी हमाम, गनाई हमाम, तावीद गंज, जामिया और दूसरे संवेदनशील इलाकों में छापेमारी की। इन इलाकों को आतंकियों के लिए सुरक्षित स्थान माना जाता है। सूत्रों के मुताबिक बीते कई दशकों में सुरक्षाबलों ने पहली बार आतंकियों के खिलाफ इतने बड़े स्तर पर छापेमारी की है।
आतंकवादियों के कई अड्डों का पर्दाफाश –
सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘बारामूला के पुराने कस्बे में व्यापक अभियान के दौरान 17 अक्तूबर को 12 घंटों में 700 से अधिक मकानों की तलाशी ली गई और इस दौरान आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त रहने के लिए 44 लोगों को पकड़ा किया गया है।’ उन्होंने बताया कि इस दौरान आतंकवादियों के कई अड्डों का पर्दाफाश किया गया।
क्या चीन कर रहा है आतंकवादियों को कंट्रोल (Chinese flag and ammunition recovered) –
इस ऑपरेशन के दौरान चीनी और पाकिस्तानी झंडे, आतंकवादी संगठनों के लेटरहेड पैड, राष्ट्रविरोधी प्रचार सामग्री आदि भी बरामद किए गए। जिसके बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अब आतंकियों पर चीन कंट्रोल कर रहा है। या चीन खुद “आंतकी संगठन” चला रहा है। अगर ऐसा होता है तो निश्चय ही यह भारत के लिए एक चिंता का विषय है। बता दें कि घाटी में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को सिक्युरिटी फोर्सेस ने एनकाउंटर में मार दिया था। इसके बाद से ही यहां अशांति है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान के तहत इन इलाकों में आतंकियों के 10 ठिकाने मिले। इन ठिकानों को तबाह करने के अलावा 44 शरारती तत्वों को भी पकड़ा गया है।