ये संकेत बताते हैं की आप ग्रसित हैं थायराइड से, जानिए थायराइड के संकेत और बचाव का तरीका
आजकल कब किसे कौन सी बिमारी हो जाये कुछ कहा नहीं जा सकता। भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को तरह तरह की बिमारियां हो रही हैं। लेकिन, कई बार लोगों को कोई ऐसी बिमारी हो जाती है जिसके बारे में वो जानते तक नहीं होते। ऐसी ही एक बिमारी है थायराइड जो इन दिनों काफी अधिक फैल रही है। इसलिए, आज हम आपको थायराइड के लक्षण और बचाव के तरीके बताने जा रहे हैं जिससे इसका इलाज संभव है। तो आइये देखते हैं थायराइड के लक्षण और आयुर्वेदिक नुस्खे जिनसे इसका इलाज संभव है।
थायराइड के लक्षण और बचाव के तरीके
घबराहट और कंपकंपी: थायराइड के लक्षणों में कंपकंपी के साथ थायराइड ग्रंथि (हाइपरथोयरायडिज्म) का बढ़ना दिखाई देता है।
एकाग्रता की कमी: थायराइड में हाइपरथायरॉईडीज़्म (थायरॉयड हार्मोन का ऊंचा स्तर) और हाइपोथायरायडिज्म (थायराइड हार्मोन का बहुत निम्न स्तर) दोनों के कार्य प्रभावित हो सकते है। थायराइड के लक्षणों में सुस्ती और उदासी के साथ साथ एकाग्रता की कमी भी हो सकती है।
मासिक धर्म में परिवर्तन: थायराइड कभी-कभी अत्यधिक या लंबे समय तक मासिक धर्म में खून बहने का कारण हो सकता है।
दिल की धड़कन का बढ़ना: दिल की धड़कन का अचानक बढ़ना हाइपरथायरायडिज्म के लक्षण हो सकते हैं।
दर्द: थायराइड में मांसपेशियों में दर्द हो सकती है।
वजन घटाना: थायराइड के लक्षणों में सबसे बड़ा लक्षम वजन का सामान्य से कम होना होता है।
कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर: थायराइड के पीड़ित व्यक्तियों के खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।
अधिक ठंड लगना: थायराइड से ग्रसित लोगों को लगातार ठंड महसूस हो सकती है।
क्या है थायराइड होने के कारण?
अधिक तनावः थायराइड होने के कारणों में सबसे पहला कारण जरुरत से ज्यादा तनाव लेना है।
हार्मोन में बदलावः गर्भावस्था के दौरान शरीर में हार्मोन का बदलाव थायराइड होने का कारण हो सकता है।
ऑटिफिशियल चीजों का सेवनः अगर प्रोटीन पाउडर, सप्लीमेंट्स या कैप्सूल जैसे प्रोडक्ट्स का अधिक सेवन थायराइड का कारण हो सकता है।
दवाओं का साइड इफेक्टः थायराइड होने के कारण में सबसे बड़ा कारण दवाओं का साइड इफेक्ट होता है।
आयोडीन की कमीः भोजन में आयोडीन कमी थायराइड का कारण हो सकती है।
ये हैं थायराइड के लक्षण और बचाव के तरीके
हल्दी दूध: थायराइड से बचाव के लिए हर रोज दूध में हल्दी को पका कर पिना लाभदायक होता है।
लौकी का जूस: थायराइड से बचाव के लिए सुबह खली पेट लौकी का जूस पिये।
तुलसी और एलोवेरा: थायराइड से छुटकारा पाने के लिए दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच एलोवेरा जूस मिला कर सेवन करें।
लाल प्याज: लाल प्याज को दो टुकड़ों में काट कर सोने से पहले थायराइड ग्रंथि के आस पास मसाज करे।
धनिया: थायराइड के घरेलू इलाज के लिए हरे धनिये को पीस कर चटनी बनाये और पानी में मिलाकर पिये। यह पूरी तरह से आयुर्विदिक इलाज है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
अश्वगंधा: थायराइड से राहत पाने के लिए एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण में गाय का दूध मिलाकर सेवन करें। ऐसा करने से थायराइड से जल्द राहत मिलती है।
व्यायाम: थायराइड के इलाज के लिए व्यायाम करना बेहद जरुरी है। इससे थायराइड को रोकने में मदद मिलती है।