भगौड़े नीरव मोदी ने धोखे से खरीदी थी किसानों की ज़मीन, किसानों ने कब्जा कर लिया–पढ़ें ये ख़बर
नई दिल्ली – नीरव मोदी देश के करोड़ों रुपये लेकर फरार हो चुका है। बैकों में जनता के पैसों को लेकर भागने वाले नीरव मोदी की वजह से आज पीएनबी पर करोड़ों रुपए का कर्ज हो गया है। बैंक की आर्थिक स्थिती खराब होने के कगार पर पहुंच चुकी है। इसी बीच एक ऐसी ख़बर सामने आ रही है जो काफी हैरान करने वाली है। खबर के मुताबिक, नीरव मोदी की जमीन पर किसानों ने कब्जा कर लिया है। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के किसानों ने नीरव मोदी की 250 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया है। किसानों ने उसपर खेती भी करना शुरु कर दिया है।
धोखे से खरीदी थी किसानों की ज़मीन
किसानों के मुताबिक, ये जमीन पहले उनकी ही थी जिसे नीरव मोदी ने उनसे काफी कम दामों में खरीदकर उनके साथ धोखा किया था। किसानों के मुताबिक, नीरव मोदी की कंपनी की ओर से उनकी जमीन 10000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से खरीदी गई थी, जबकि उस वक्त जमीन का मूल्य 20 लाख रुपए प्रति एकड़ था। क्योंकि, नीरव मोदी देश के करोड़ो रुपए लेकर फरार हो चुका है इसलिए किसानों ने अपनी जमीन वापस लेने का फैसला किया है।
नीरव मोदी की जमीन पर किसानों ने कब्जा किया, शुरू की खेती
#Maharashtra: Farmers in Ahmednagar’s Khandala Village staged a protest ‘as a symbol to show their ownership’ of the land which they say was acquired from them by #NiravModi at less than normal rates. pic.twitter.com/q9jtaIjIhP
— ANI (@ANI) March 17, 2018
पीएनबी बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को सबक सिखाने के लिए महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में किसानों ने उनकी 250 एकड़ जमीन पर कब्जा करके उस पर खेती करना शुरु कर दिया है। ये किसान इस बात से नाराज हैं कि उनकी जमीन को धोखे से कम पैसे में खरीदा गया था। इसी बात से नाराज किसानों ने अब अपनी जमीन वापस लेने का फैसला किया है। किसान अब इलाके के भू-माफियाओं का विरोध करने की तैयारी कर रहे हैं। वो इस तरह के भू-माफियाओं के खिलाफ पूरे महाराष्ट्र में आंदोलन करेंगे।
क्या है पीएनबी घोटाला?
आपको बता दें कि साल 2011 से 2018 के बीच नीरव मोदी की कंपनी ने 297 फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoUs) के जरिए हजारों करोड़ की रकम विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर कराई। इस घोटाले की जानकारी पीएनबी ने पिछले महीने सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को दी। यह घोटाला मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में हुआ और इस मामले में सीबीआई ने पहली एफआईआर 14 फरवरी को दर्ज किया था। इस घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी देश छोड़कर भाग चुका है।
देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले का असर न सिर्फ पीएनबी पर बल्कि SBI, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया समेत करीब दो दर्जन बैंकों पर पड़ा है। नीरव मोदी के फरार होने के बाद से उसे देश वापस लाने के लिए सीबीआई, इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया और ईडी मिलकर कारवाई कर रहे हैं। गौरतलब है कि नीरव मोदी ने कुछ दिनों पहले ही पीएनबी को लेटर लिखकर कहा था कि वो बैंक का पैसा वापस नहीं करने वाले। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक, इस वक्त विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे 31 बिजनेसमैन देश में करोड़ों का घोटाला करके फरार हैं। पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी के साथ उनके मामा मेहुल चौकसी पर भी घोटाले का आरोप है।