टूटने के कगार पर APP, क्या केजरीवाल बचा पाएंगे बिखरती पार्टी को?
आप संजोयक और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। जी हां, मजीठिया से माफी मांगने का विवाद अपने चरम पर है। केजरीवाल के सामने मुसीबतों का पहाड़ के एक बाद एक टूटता जा रहा है। माफी मांगने से जहां एक तरफ केजरीवाल की पार्टी उनसे खफा है, तो दूसरी तरफ विधायकों में बगावत के सुर तेज हो चुके हैं। ऐसे में यहां ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि आम आदमी पार्टी टूटने के कगार पर आ चुकी है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
गुरूवार को केजरीवाल द्वारा अकाली दल के नेता मजीठिया से माफी मांगने का प्रकरण अब तेज होता ही जा रहा है। बता दें कि केजरीवाल ने मजीठिया पर ड्रग्स माफिया होने का आरोप लगाया था, जिसके बाद मजीठिया ने मानहानि का मुकदमा किया था, लेकिन इससे पहले मुकदमा का फैसला आये कि केजरीवाल ने मामलें को रफा दफा करने के लिए मजीठिया से माफी मांग ली। दरअसल, आम आदमी पार्टी इसलिए नाराज है, क्योंकि केजरीवाल ने माफी मांगने से पहले किसी की राय सलाह नहीं ली थी, ऐसे में अब पार्टी में दो फाड़ के हालात बन चुके हैं।
पंजाब आम आदमी पार्टी के नेता तो केजरीवाल से इतने नाराज हो चुके हैं कि दिल्ली के डिप्टी सीएम ने उन्हें बैठक के लिए बुलाया तो उन्होंने साफ मना कर दिया, ऐसे में राजनीति गलियारों में हलचले तेज हो चुकी है। बता दें कि जानकारों का मानना है कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो पंजाब आम आदमी पार्टी टूट जाएगी, जिसका असर दिल्ली आम आदमी पार्टी में भी देखने को मिल सकता है। बताते चलें कि इन दिनों आम आदमी पार्टी अपने संकट के दौर से गुजर रही है।
क्यों नाराज है आप नेता केजरीवाल से?
बताते चलें कि मजीठिया पर केजरीवाल एंड पार्टी ने आरोप लगाया था, जिसमें पार्टी ने पूरी तरह से केजरीवाल का साथ दिया था, लेकिन अब जब केजरीवाल मजीठिया के सामने झुक गये, जिसकी वजह से पार्टी में नाराजगी का दौर देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि केजरीवाल से नाराज पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि आप नेताओं का आरोप है कि केजरीवाल ने पंजाब हमसे बिना पूछे इतना बड़ा फैसला ले लिया, इसके अलावा केजरीवाल से ऐसी उम्मीद नहीं थी, जिसकी वजह से हम नाराज है।
बहरहाल, देखना ये दिलचस्प होगा कि केजरीवाल अपनी पार्टी को टूटने से बचा पाएंगे या नहीं, ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन मामला चाहे जो कुछ भी क्यों न हो लेकिन इससे केजरीवाल की छवि में थोड़ी बहुत गिरावट जरूर आई है। बता दें कि केजरीवाल की छवि बड़बोले नेता की है, जिसकी वजह से वो विवादित बयान देते हुए नजर आते रहते हैं।