उधर राहुल गांधी एकता की बात कर रहे थे, तो इधर पंजाब कांग्रेस में खुलकर बाहर आ गई दरार
कांग्रेस महाधिवेशन के दौरान राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी को एनर्जी देने के लिए उत्साहित भाषण दिया, लेकिन उनके भाषण को दिये हुए दिन भी नहीं बीता की, कांग्रेस में ही फूट की बात सामने आ गई। कांग्रेस अध्य़क्ष राहुल गांधी हर भरसक कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं कि पार्टी एकजुट रखा जाए, क्योंकि वो जानते हैं कि पार्टी अगर एकजुट रही तो ही पार्टी का बेड़ा पार होगा, लेकिन अकेले राहुल के चाहने से तो ऐसा नहीं होगा, इसके लिए बाकि सबको भी ध्यान रखना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि बीजेपी देशभर में नफरत फैलाने का काम रही है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी देश को तोड़ने नहीं जोड़ने का काम करेगी, लेकिन इन सबके बीच पंजाब कांग्रेस के भीतर की अनबन खुलकर सामने आ गई। बता दें कि जैसे ही पंजाब के सीएम ने अपना भाषण शुरू किया ठीक वैसे ही कांग्रेस मंत्री नवजोत सिद्धू वहां से चले गये। ऐसे में उनके जाने से अटकलों का बाजार तेज हो चुका है। बता दें कि दोनों ही नेता एक साथ एक मंच पर आने से कतराते हैं, लेकिन पार्टी इनके अनबन को छिपाने की पूरी कोशिश कर रही है।
आपको बता दें कि कांग्रेस महाधिवेशन में राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने जमकर बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधा। सोनिया ने कहा कि बीजेपी सत्ता हथियाने के लिए ही जुमले बाजी झूठी नारेबाजी करती हुई नजर आती है, लेकिन अब बहुत हो गया। सोनिया ने आगे कहा कि 2019 में कांग्रेस बीजेपी को सबक सीखा के रहेगी, क्योंकि कांग्रेस देश को बचाना चाहती है। सोनिया गांधी के भाषण के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने अपना भाषण शुरू किया तो पंजाब कांग्रेस नेता नवजोत वहां से चले गये।
बताते चलें कि पंजाब के सीएम कैप्टन ने मोदी सरकार पर वार करते हुए कहा कि मोदी सरकार किसानों की उपेक्षा कर रही है, ऐसे में कांग्रेस को मजबूती से अपना स्टैंड क्लियर करना होगा, तभी जाकर देश के किसानों को सही हक मिल सकेगा। इससे पहले राहुल गांधी ने भी किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा था कि किसानों को सरकार सही दाम नहीं दे रही है, जिसकी वजह से देश का किसान बहुत परेशान है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अधिवेशन में सिर्फ चार मिनट का भाषण दिया, जिसके बाद उन्होंने यह कहके भाषण को समाप्त कर दिया की पार्टी की दिशा औऱ दशा कैसी होगी, इस पर वो समापन भाषण में चर्चा करेंगे। राहुल के बाद के कई कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस को आगे बढ़ाने के लिए तरह तरह के तरीके दिये। बहरहाल, देखना ये होगा कि राहुल गांधी के पार्टी की कमान किस तरह से संभालेंगे, जिससे पार्टी अपनी खोई हुई सत्ता को पा सकेगी, ये तो खैर वक्त ही बताएगा।