बाप की मौत से टूटा बेटी का दिल, बोली- ‘कितने सुंदर थे मेरे पापा और जालिमो ने क्या हाल कर डाला ‘
मुरैना: मौत पर किसी का कोई बस नहीं चलता. ये एक पल में हमें हमारे अपनों से दूर कर देती है. जिनकी प्यारी यादें हमे अंदर से कमजोर बना देती है. कुछ ऐसी ही घटना हाल ही हमारे सामने आई. जहाँ एक बाप की लाश देख कर बेटी को ऐसा सदमा लगा कि वह बेहोश हो गई. दरअसल, ये पूरी घटना सुकमा में शहीद हुए तरसमा के जवान रामकिशन सिंह तोमर और उनकी बेटी पिंकी से जुड़ी है. जहाँ शहीद बाप रामकिशन सिंह तोमर की लाश तिरंगे से लिपटी देख कर बेटी अपने आंसू नहीं रोक पाई और बिलख बिलख कर रो पड़ी. बेटी का पिता के लिए ऐसा प्यार देख कर वहां मौजूद हर शक्स की आँखें भीग गई.
बाप की लाश को सामने पड़ी देख पिंकी ने कहा “मेरे पापा कितने सुंदर थे और अब जालिमों ने देखो इनका क्या हाल कर डाला” बस इतना कहते ही वह बेसुद्ध हो कर नीचे गिर गई.
हेलीकॉप्टर से लाई गई थी डेड बॉडी
दरअसल, शहीद हुए रामकिशन सिंह तोमर नक्सली हमले में मारे गए थे जिसके बाद उनका शरीर हेलीकॉप्टर से भिंड लाया गया. भिंड पहुँच कर सड़क मार्ग से होते हुए उनका शव तरसमा गांव लाया गया. यहीं से भास्कर लाक्षाकार (कलेक्टर) ने उनको कंधा देकर उनके घर के दरवाजे पर रखवाया. आपको हम बता दें कि रामकिशन का पूरे राजकीय मान सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इसी बीच CRPF की एक मंडली गांव में मौजूद थी, इस मंडली ने शहीद को अंतिम सलामी दी.
इस मंडली का नेतृत्व CRPF डीआईजी विजय कुमार कर रहे थे. रामकिशन को मुखाग्नि उनके इकलौते बेटे विनय सिंह ने दी. रामकिशन सिंह के अचानक चले जाने से पूरी सीआरपीएफ ने शोक जताया इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का गर्व है कि रामकिशन देश की रक्षा के लिए शहीद हुए हैं और ऐसी मृत्यु बहुत कम लोगों को ही मिल पाती है.
पापा मैं भी फौज में जाऊंगा
पिता रामकिशन के अचानक निधन से बेटा विनय और पिंकी बिल्कुल टूट चुके थे. अपने पिता को मुखाग्नि देते हुए बेटा विनय फूट-फूट कर रोने लगा. जिसके बाद वहां मौजूद लोग दोनों बच्चों को दिलासा देने में जुट गए. विनय फिलहाल 11 वीं कक्षा में पढ़ रहा है मगर पिता की लाश देख कर वह एक ही बात बार बार दोहरा रहा था कि “पापा अब मै भी फोज में जाऊंगा, मैं भी आपका नाम रोशन करूंगा”.
जब राम किशन सिंह को मुखाग्नि देने के लिए ले जाया जा रहा था तो उनके घर के पास मौजूद लोग अपने अपने घरों की छतों पर खड़े होकर दूर से उन्हें अलविदा कह रहे थे.
परिवार को मिलेगी नौकरी और 1 करोड़ रुपया
इस अंतिम संस्कार में विभाग मंत्री लाल सिंह आर्य विंड के विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह और अन्य लोग मौजूद थे. इसी बीच भिंड से आए मंत्री लाल सिंह ने राम श्री कृष्ण की याद में एक पार्क बनवाने की घोषणा के साथ ही उन्होंने शहीद के परिजन को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी एवं फ्लैट देने का वादा किया. लाल सिंह ने रामकिशन की मौत पर दुख जताते हुए उन्हें श्रद्धांजली भी भेंट की.