सिर्फ कहानी ही नहीं असली दौड़ में भी कछुए से हारा खरगोश…. देखें विडियो!
हम सबने अपने बचपन में कछुए और खरगोश की कहानी सुनी होगी। जिसमे एक कछुआ और एक खरगोश होता है। दोनों के बीच एक दिन रेस होती है। सभी जानते हैं कि कछुआ बहुत ही धीमा चलने वाला जीव होता हाउ और खरगोश अपनी फुर्ती और तेजी के लिए जाना जाता है।रेस शुरू होते ही खरगोश तेजी से भागा और कछुआ अपनी धीमी गति से चलना शुरू किया। भागते- भागते जब खरगोश आधे रास्ते पर पहुँच गया तो उसने पीछे मुड़कर देखा कि अभी कछुआ कहाँ है।
खरगोश को कछुआ दूर- दूर तक दिखाई नहीं दिया। खरगोश को अपनी तेजी के ऊपर घम्नद हो गया और उसने सोचा कि अभी कछुआ तो बहुत पीछे है क्यों ना थोड़ा आराम कर लिया जाये। वह आराम करते- करते सो गया। इधर कछुआ अपनी धीमी चाल के साथ लगातार चलता रहा और अपनी मंजिल तक पहुँच गया। खरगोश की जब आँख खुली तो उसने देखा कि कछुए ने रेस जीत ली है। उसे अपनी गलती का अहसास हुआ कि तेजी से ज्यादा निरंतरता मायने रखती है।
कछुए और खरगोश की कहानी (rabbit vs turtle) :
इस कहानी को सभी बच्चों को सुनाई जाती है ताकि बच्चा कुछ सिख ले इस कहानी से और वह खरगोश की तरह ना बनकर कछुए की तरह बने और अपने लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर काम में लगा रहे। खैर ये तो रही कहानी की बात, अभी हाल ही में एक प्रयोग किया गया जिसमे कछुए और खरगोश के बीच रेस करवाई गयी।
इस रेस में भी खरगोश आधे रास्ते में ही रुक जाता है जबकि कछुआ निरंतर चलते हुए रेस का विजेता बन जाता है। इसका विडियो आजकल सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, और लोग अपने बचपन की कहानी को याद कर रहे हैं।
यह बात साबित हो गयी है कि ये सिर्फ कहानी ही नहीं है ऐसा हक़ीकत में भी होता है। आप भी विडियो देखें और इससे कुछ सिख लें।
विडियो देखें: