बड़ी ख़बरः CM योगी आदित्यनाथ के पिता की तबियत नाजुक, देहरादून से दिल्ली एम्स रेफर
लखनऊ – यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए दिन कुछ अच्छे नहीं चल रहे हैं एक तरफ तो उन्हें लोकसभा के उप चुनावों में अपने ही क्षेत्र में मिली हार के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर आज उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट की तबियत खराब हो गई है। CM योगी आदित्यनाथ के पिता की तबियत खराब होने के बाद उन्हें हिमालयन अस्तपाल जौलीग्रांट (देहरादून) से इलाज के लिए दिल्ली एम्स रेफर कर दिया गया है। देहरादून के डॉक्टरों की टीम ने उनकी तबियत ज्यादा खराब होने की वजह से ये फैसला लिया है।
CM योगी आदित्यनाथ के पिता की तबियत खराब
देहरादून के हिमालयन हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वाई एस बिष्ट के मुताबिक, 12 मार्च को गैस्ट्रो इंटाइटिस की शिकायत के बाद सीएम योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट को यहां भर्ती कराया गया था। हालांकि, इलाज के बाद वो आज पूरी तरह से स्वस्थ थे। लेकिन, अस्पताल से छुट्टी दिये जाने से पहले जब उनका टेस्ट किया गया तो उन्हें आंतों में कुछ परेशानी थी। CM योगी आदित्यनाथ के पिता की तबियत है। इसके लिए अस्पताल में गैस्ट्रो सर्जन उपलब्ध न होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली एम्स रेफर करने का फैसला किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें हिमालयन हॉस्पिटल से एयर एम्बुलेंस के द्वारा दिल्ली ले जाया जा रहा है। अब उनका इलाज एम्स में ही किया जायेगा। हिमालयन हॉस्पिटल से वे एयरपोर्ट के लिए निकल गए हैं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से एयर एम्बुलेंस के द्वारा दिल्ली ले जाया जा रहा है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के यमकेश्वर प्रखंड के पंचूर गांव के रहने वाले हैं। संन्यास लेने के बाद योगी ने गोरखनाथ के मठ को ही अपना स्थायी निवास बना लिया था। लेकिन, वो अपने परिवार से कभी कभी मिलते रहते हैं। योगी आदित्यनाथ के पिता उत्तराखंड में फॉरेस्ट रेंजर पद पर कार्यरत थे। लेकिन वो साल 1991 में रिटायर हो गए और उसके बाद से ही अपने गांव में रहते हैं।
यूपी उपचुनावों में हार पर क्या बोले योगी
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के उपचुनाव के नतीजों पर योगी आदित्यनाथ पर चारों तरफ से हमला किया जा रहा है। चुनाव के नतीजों पर उन्होंने कहा कि, ‘अतिआत्मविश्वास के कारण हमें हार मिला।’ पार्टी के कार्यकर्ताओं से उन्होंने कहा कि चुनाव या परीक्षा से पहले एक बार अपनी तैयारी को जरूर जांच लेना चाहिए। योगी ने कहा कि, भले ही हम उप चुनाव हार गए हों लेकिन हम इस हार से सबक लेंगे और 2019 लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
गौरतलब है कि यूपी के सीएम गोरखपुर से कई बार सांसद रह चुके हैं। यह बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है। लेकिन, इस हार के बाद ऐसा नहीं कहा जा सकता। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद गोरखपुर के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद खाली हुई इस सीट पर उप चुनाव हुआ। इस चुनाव के नतीजे बीजेपी के लिए बेहद चौकाने और अन्य पार्टियों के लिए राहत भरे रहे। गोरखपुर की सीट से एसपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है।