उपचुनाव हारने पर सीएम योगी ने बोले ‘ये आखिरी पड़ाव नहीं, खाई में गिरने से पहले संभले’
उत्तर प्रदेश उपचुनाव के नतीजों पर सियासी संग्राम जारी है। जी हां, जहां एक तरफ विपक्ष इस जीत का उत्सव मनाती हुई नजर आ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार अपनी आत्मलोचना करती हुई नजर आ रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या बीजेपी 2019 में यूपी के जरिये दिल्ली का सफर तय करने में कामयाब होगी या अखिलेश और माया की जोड़ी योगी-मोदी की जोड़ी को बैकफुट पर ला देगी, ये तो खैर वक्त ही बताएगा, लेकिन आइय़े जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
बताते चलें कि सीएम योगी अपनी हार पर एक के बाद एक बयान जारी करते हुए नजर आ रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि कार्यकर्ताओं नेे भरोसे के अलावा काम कुछ नहीं किया, जिसकी वजह से गोरखपुर और फूलपुर को हमारे हाथों से खिसक गया। सीएम योगी यही नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि कार्यकर्ताओं का विश्वास ही उन्हें ले डूबा, क्योंकि कार्यकर्ताओं को लगा कि ये योगी जी की सीट है, तो आंख बंद करके भी जीत सकते हैं, लेकिन किसी भी चुनाव में बिना किसी तैयारी के उतरने पर नतीजा कुछ ऐसा ही मिलता है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि हम यही संभल गये, हर चुनाव से हम कोई न कोई सबक जरूर लेते हैं, ऐसे में इस चुनाव ने हमें बहुत कुछ सिखाया। इसके आगे सीएम ने कहा कि हमारी दूसरी गलती यह थी हमने अखिलेश औऱ मायावती के गठबंधन को हल्के में ले लिया, जोकि हमारे लिए खतरा साबित हुई। कार्यकर्ताओं को काम करने की सीख देते हुए योगी ने कहा कि हमें आगामी चुनाव के लिए एक बेहतर रणनीति बनानी है, ताकि हम अच्छा प्रदर्शन कर सके।
सीएम योगी का बड़ा दावा, यूपी की 80 की 80 सीटे जीतेंगे
आत्मसमीक्षा करते हुए सीएम योगी बड़ा दावा करने से एक बार फिर पीछे नहीं हटे। जी हां, सीएम योगी ने कहा कि हम खाई में गिरने से पहले ही संभल गये, और इस सबक से हम और कमजोर नहीं बल्कि मजबूत हुए हैं। बताते चलें कि इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि बीजेपी अब मजबूत हो रही है, कोई गलती की गुंजाइश नहीं बची है, ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी यूपी 80 की 80 सीटें जीतेगी। जानकारों की माने तो बीजेपी जमीनी स्तर से खोखली होती जा रही है, जिसकी वजह से लगातार उपचुनाव में उसकी हार हो रही है।
सपा बसपा के गठबंधन पर बोलते हुए योगी ने कहा कि ये गठबंधन अवसरवादी है, ये सत्ता के लिए कुछ भी कर सकते हैं। लेकिन इस दौरान योगी ने कहा कि इन अवसरवादियों को हमने कमजोर समझा यही वजह है हमारी हार की। इसके अलावा योगी ने कहा कि गोरखपुर का हमारा प्रत्याशी अस्वस्थ था, ये दूसरा कारण है हमारे हारने की।