बिहार उपचुनाव जीतने पर तेजस्वी का नीतीश पर वार ‘चच्चा अब बच्चा नहीं रहा मैं’
कभी बिहार की सत्ता में एकजुट रहने वाले नीतीश और लालू की दोस्ती पिछले साल ही टूट गई थी, जिसकी वजह से नीतीश ने एक हाथ इस्तीफा दिया था, तो दूसरे हाथ फौरन एनडीए के साथ मिलकर शपथ भी ले लिया। जी हां, ऐसा ही कुछ हुआ बिहार में जब महागठबंधन की सरकार में बीजेपी ने सेंध किया था। बताते चलें कि बिहार में हुए उपचुनाव में आरजेडी ने जेडीयू को करारी शिकस्त दी, जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर जबरदस्त हमला बोला। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
बता दें कि बिहार की एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर आरजेडी ने जीत हासिल की तो तेजस्वी नीतीश को आड़े हाथों लेना नहीं भूले। जी हां, कभी चच्चा भतीजे की ये जोड़ी बिहार की जनता को खूब भाती थी, लेकिन अब समय बदल चुका है। चच्चा भतीजा अलग हो गये हैं, जिसकी वजह से कई बार नीतीश कुमार तेजस्वी पर व्यंग्य कसते हुए कहते हैं कि अभी तुम बच्चे हो, ऐसे में तेस्जवी पार्टी की इस जीत पर नीतीश को करारा जवाब दिया है।
जी हां, बिहार उपचुनाव में आरजेडी की जीत से गदगद हुए तेजस्वी ने नीतीश और बीजेपी को आड़े हाथों लिया। बता दें कि इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि आपने लालूवाद को जेल में बंद किया है, ये आपके अंहकार की हार है, जो आपको आगे और भी भारी पड़ेगी। जनता हर बात का हिसाब रखती है, यही वजह है कि आज जनता ने आपको नाकार दिया।
तेजस्वी ने कहा, अब बच्चा बड़ा हो गया
बिहार में आरजेडी की जीत के बाद तेजस्वी ने कहा कि अब बच्चा बड़ा हो गया है। दरअसल, तेजस्वी ने नीतीश के उस बयान का जबाव दिया जब नीतीश ने तेजस्वी को बच्चा कहा था। बताते चलें बिहार की जनता को धन्यवाद करते हुए तेजस्वी ने कहा कि हमने अपनी बात विनम्रता से रखी थी, और जनता ने हमारी बात को सुना, ये सत्य की जीत। इस दौरान अपने पिता को याद करना तेजस्वी बिल्कुल नहीं भूले। जी हां, तेजस्वी ने कहा कि बिहार में आरजेडी की नहीं लालूवाद की जीत है, क्योंंकि लालू एक नाम नहीं विचारधारा है।
तेजस्वी यही नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि लालूवाद को जिस तरह से कैद किया गया है, ठीक उसी तरह से इनका अंहकार इन्हें एक के बाद एक झटका देता रहेगा। गौरतलब है कि लालू के जेल जाने के बाद से ही तेजस्वी और आरजेडी यह आरोप लगाती रही है कि बीजेपी वालों ने लालू के खिलाफ साजिश कर रहे हैं, अगर लालू बीजेपी में शामिल होते तो वो आज जेल के बाहर होते, लेकिन बीजेपी ने एक विचाराधारा को कैद किया है, जोकि बीजेपी के विनाश की वजह बनेगी।