अभी बदल डालें अपनी ये 4 आदतें, इन्हें करते ही शुरू हो जाता है व्यक्ति का बुरा समय
जब इंसान का समय बुरा चल रहा हो तो उसके साथ सब बुरा ही होता है. वक्त बुरा होने पर शायद आपके साथ कुछ इतना बुरा हो सकता है जिसकी कल्पना आप कभी कर भी नहीं सकते. बुरे की कल्पना कोई करना भी नहीं चाहता है. लोग यही चाहते हैं कि उनके साथ हमेशा सब अच्छा हो. बुरे का ख्याल सबको डराता है. लेकिन बुरा कभी भी और किसी के साथ भी हो सकता है. यह किसी विशेष व्यक्ति को चुनकर उसके पास नहीं आता. बुरा समय वह नहीं जो एक बड़े स्तर पर आपकी ज़िंदगी बदलकर रख दे परंतु बुरा समय वह है जो आपको धीरे-धेरे उदास रहने पर मजबूर कर दे. बुरे समय में कुछ समझ नहीं आता. अच्छी सलाह भी वैसे ही असर नहीं करती जैसे मृत्यु के समय में रोगी को दवा नहीं करती.
लेकिन जरूरी नहीं कि जब आपका वक्त बुरा चल रहा होगा तभी आपके साथ सब खराब होगा. व्यक्ति की कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो उसे अनजाने में बुरे वक्त के साए में धकेल सकती हैं. कई लोगों को कुछ बातों की आदत होती है और उनकी ये आदत धीरे-धीरे लत बन जाती है. उनकी यह आदतें उनके साथ-साथ परिवार का भी विनाश कर देती हैं. शुक्रनीति में 4 ऐसी आदतों का जिक्र किया गया है जिनका होना बुरे समय को निमंत्रण देना है. यदि आप में भी ये 4 आदतें है तो इसे फौरन बदल डालिए. कौन सी हैं वो आदतें? चलिए आपको बताते हैं.
पराई स्त्री से संबंध
पराई स्त्री से संबंध बनाने वाले व्यक्ति को राक्षस प्रवृत्ति का माना जाता है. यदि आपके संबंध किसी पराई स्त्री से हैं तो आपको आपके अच्छे कर्मों का फल कभी नहीं मिल पायेगा. ऐसा करने से आपका बुरा वक्त भी शुरू हो सकता है. इसलिए कभी भी पराई स्त्री से संबंध नहीं बनाने चाहिए.
परंपराएं न मानना
व्यक्ति को घर के नियम और परंपराओं का हमेशा सम्मान करना चाहिए और उसके अनुसार ही चलना चाहिए. जो व्यक्ति ऐसा नहीं करता है उसके परिवार का विनाश निश्चित है. उसकी वजह से ही एक दिन परिवार का विनाश हो जाता है.
मांसाहारी होना
ग्रंथों में जीवों की हत्या को पाप माना गया है. जो व्यक्ति ऐसा करता है वह पाप का भागी होता है और उससे भगवान कभी प्रसन्न नहीं रहते. वह भगवान की कितनी भी पूजा-अर्चना कर ले उसे उसका फल कभी प्राप्त नहीं होता. इसलिए व्यक्ति को शुद्ध शाकाहारी भोजन का ही सेवन करना चाहिए.
झूठ बोलना
कभी-कभी परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि व्यक्ति को झूठ बोलना ही पड़ता है. लेकिन जिन्हें झूठ बोलने की आदत लग गयी है उन्हें अपनी ये आदत तुरंत बदल लेनी चाहिए. क्योंकि भले ही यह आदत बहुत सामान्य हो परंतु इसके परिणाम बहुत बुरे हो सकते हैं. आपकी यह आदत बर्बादी का कारण भी बन सकती है. इससे आपको तो कष्ट होगा ही साथ ही आपके परिवार को दुखों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
श्लोक
अनृतात् पारदार्याच्च तथाभक्ष्यस्य भक्षणात्।
अगोत्रधर्माचरणात् क्षिप्रं नश्यति वै कुलम्।।
अर्थात- पराई स्त्री से संबंध, परंपराओं के खिलाफ काम करना, मांसाहारी होना और झूठ बोलना..ये काम हमें विनाश की तरफ ले जाते हैं.