गुजरात में बीजेपी की जीत पर बोले हार्दिक, ‘राहुल से नहीं मिलना थी बड़ी भूल’
बीते साल दिसंबर में गुजरात में चुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी की जीत हुई थी। बता दें कि गुजरात चुनाव को लेकर काफी सरगर्मियां देखने को मिली थी। जी हां, गुजरात चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी,लेकिन बीजेपी को सत्ता से बाहर करने में नाकाम रही थी, ऐसे में कांग्रेस को समर्थन देने वाले हार्दिक पटेल ने एक बड़ा बयान दिया है। हार्दिक पटेल आरक्षण के नेता है, जिन्होंने आरक्षण की मांग को पूरा करवाने के लिए कांग्रेस को समर्थन दिया था। आइये जानते हैं कि हार्दि पटेल ने क्या कहा?
गुजरात चुनाव में राहुल और हार्दिक की दोस्ती की खबरे काफी उड़ी थी। हार्दिक पटेल को गेमचेंजर माना जा रहा था, लेकिन बीजेपी ने पाटीदारों अपनी तरफ खीचने के लिए गुगली फेंक दिया था, जिसकी वजह से हार्दिक के समर्थन के बावजूद कांग्रेस को एक बार फिर से सत्ता से दूर रहना पड़ा। बता दें कि गुजरात चुनाव में राहुल गांधी के बदले बदले तेवर ने कांग्रेस की सीट भले ही बढ़ाई थी, लेकिन सत्ता के लिए कांग्रेस को फिर से मुंह तांकना पड़ रहा है।
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस की हार और बीजेपी की जीत को लेकर बड़ा बयान दिया है। हार्दिक ने एक कार्यक्रम में कहा कि उनसे बड़ी गलती हो गई थी, वरना बीजेपी आज सत्ता से बाहर होती। बता दें कि हार्दिक पटेल एक उभरते हुए नेता है, जोकि राजनीति में अपनी पहचना बनाने के लिए कोशिश में लगे हुए। हालांकि, हार्दिक पहली बार पटेल आरक्षण आंदोलन से सुर्खियों में आएं, जिसके बाद उन्हें गुजरात का हीरो माना गया, लेकिन अभी तक हार्दिक पटेलों को आरक्षण दिलाने में नाकाम रहे।
राहुल गांधी से नहीं मिलना बड़ी भूल थी: हार्दिक पटेल
दरअसल, गुजरात चुनाव में कई बार ये अफवाह उड़ी की हार्दिक पटेल राहुल गांधी से गुपचुप मिलने गये, जिसके बाद से लगातार हार्दिक पटेल इस बात को खारिज करते रहे। ऐसे में एक बार फिर से उनसे जब इस मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से नहीं मिला यही सबसे बड़ी भूल थी, अगर मिलता तो बीजेपी सत्ता से बाहर रहती है।
हार्दिक ने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी से मिलता तो बीजेपी 99 नहीं, 79 ही सीट जीत पाती है। लेकिन मैं राहुल गांधी से मिला ही नहीं, जिसकी वजह से कांग्रेस गुजरात हार गई वरना अभी की तस्वीरें कुछ और ही होती। याद दिला दें कि गुजरात चुनाव में राहुल औऱ हार्दिक के बीच काफी कोशिशों के बाद समर्थन की बात फिक्स हुई थी, जिसमें हार्दिक ने कांग्रेस से आरक्षण देने की बात कही थी, जिस पर कांग्रेस राजी हो गई थी, लेकिन इन सबके बावजूद कांग्रेस गुजरात हार गई।