अगर आपको भी है सांस फूलने की बिमारी तो जरूर पढ़िये ये रिपोर्ट
सांस फूलने का घरेलू ईलाज: सांस फूलने की बिमारी लोगों को बहुत तकलीफ होती है। अक्सर ये बिमारी बुजुर्गों को होती है, लेकिन आज इससे छोटे छोटे बच्चे भी पीड़ित होने लगे हैं, जिसकी वजह से आज हम आपके लिए कुछ घरेलू उपाय लेकर आएं हैं, जिसे आजमा कर आप किसी की मदद कर सकते हैं। बता दें कि सांस फूलने को लेकर कई लोग गलफहमी के शिकार होते हैं, जोकि बिल्कुल ठीक नहीं है, तो चलिए हमारे इस रिपोर्ट इससे जुड़ी लगभग सारी जानकारियां है, जिससे आपक सांस फूलने का घरेलू ईलाज से मदद मिलेगी।
ज्यादातर लोग सांस फूलने की बिमारी को दमा समझ लेते हैं, जोकि इससे बिल्कुल अलग है। ऐसे में वो सही ढंग से ईलाज नहीं कर पाते हैं। बता दें कि दोनों ही बिमारी अलग अलग होती है। इतना ही नहीं, इसको लेकर एक गलतफहमी यह भी है कि लोगों को लगता है सांस उन्ही की ही फूलती है, जो मोटे होते हैं, लेकिन यह बात बिल्कुल गलत होती है। बता दें कि इसके पीछे की वजह कुछ और है, और उसे जानने के लिए आपको हमारी इस रिपोर्ट को आखिरी तक पढ़ना पड़ेगा।
सांस फूलने की बिमारी को इंग्लिश में डिसप्रिया कहते हैं। बता दें सांस पतले लोगों की फूलती है, क्योंकि इसके पीछे की वजह अशुद्ध वातावरण में रहने के साथ लाइफस्टाइल भी है। ऐसे में अगर आप इससे परेशान है, तो सबसे पहले अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें। साथ ही कोशिश करेंं कि ऐसी जगह जाएं जहां वातावरण शुद्ध हो यानि पार्क वगैरा में जहां प्राकृतिक चीजें होती है। या तो आप गांंव भी जा सकते हैं, क्योंकि वहां शहर के अपेक्षा कम प्रदूषण होता है, ऐसे में वहां आपको थोड़ा रिलेक्स मिलेगा।
सांस फूलने के लक्षण
अब हम आपको सांस फूलने के लक्षण के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप यह पता लगा सकते हैं कि आपको यह बिमारी है या नहीं..
1.छाती में दर्द
2.सांस लेने में दिक्कत
3.गहरी गहरी सांस न लेन पाना
4.बार बार सांस लेने की तलब
सांस फूलने के कारण
यूं तो सांस दूषित वातावरण में फूलती है, लेकिन कई बार इसके फूलने के पीछे कोई और वजह होती है। बता दें कि सांस फूलने के कई वजह से हो सकते हैं, जिसमें से मुख्य दो कारण हैं…..
1.दिल की धड़कनों का बढ़ना
2.बारिश में भीगने की वजह से, ये अक्सर ज्यादा उम्र के लोगों को होता है।
सांस फूलने का घरेलू ईलाज
तो चलिए अब हम आपको सांस फूलने का घरेलू ईलाज बताने जा रहे हैं, जिसको आजमा कर आप इस समस्या से बच सकते हैं, तो चलिए देखते हैं कि इस कड़ी में क्या क्या चीजें शामिल है? इन उपायों के अलावा आपको अपनी लाइफस्टाइल में जरूर बदलाव करना चाहिए, क्योंकि सारी बीमारियो की जड़ आपकी गलत लाइफस्टाइल ही होती है।
1.तुलसी और सौंठ का काढ़ा
बता दें कि तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, ऐसे में यह आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है। बता दें कि तुलसी एलर्जी से रक्षा करती है, ऐसे में सांस फूलने की बिमारी में यह बहुत लाभकारी है। इसके लिए आप आधा कप पानी में 5 तुलसी की पत्ती,एक चुटकी सौंठ पाउडर,काला नमक और काली मिर्च डालकर उबाल ले, थोड़ा ठंडा करके पीएं। आपको ऐसा नियमित रूप से करना चाहिए।
2. अंजीर
अंजीर उन लोगों के लिए बहुत लाभकारी होती है, जिन्हें सांस फूलने की समस्या है, क्योंकि इससे बलगम के साथ साथ सारी गंदगी बाहर निकल जाती है, इससे आपको सांस फूलने की समस्या नहीं होती है। बता दें कि अंजीर से सांस नली साफ हो जाती है। इसके लिए आपको दो तीन अंजीर गरम पानी से धोकर रात को एक बर्तन में भिगोकर रख दीजिये, उसके बाद सुबह खाली पेट खाने के बाद पानी पीएं। ऐसा आपको नियमित करना है।
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3.अजवाइन
सांस फूलने की समस्या इसलिए आती है, क्योंकि सांस की नली में गंदगी या सूजन हो जाती है, ऐसे में इंसान को सांस लेने में दिक्कत आती है। ऐसे में सबसे अच्छा तरीका है कि स्टीम या भाप लेना। बता दें कि इसके लिए आपको पानी में अजवाइन को गर्म करना है, जिसके बाद आपको उस पानी का भाप लेना है, ध्यान रहे कि पानी पीएं नहीं। और भाप लेते हुए सिर को ढक लें।
4.अंगूर
अंगूर का सेवन करना सांस के मरीजों के लिए बेहतर होता है, ऐसे में आपको अंगूर का सेवन करना चाहिए। बता दें कि आप चाहे तो अंगूर का जूस भी पी सकते हैं या खाली अंगूर भी खा सकते हैं। अंगूर में मौजूद में गुण आपको इस समस्या से तुंरत बाहर निकालते हैं। आपको यह भी बता दें कि अगर आपकी अक्सर सांस फूलती है, तो ऐसे में आपको हमेशा अपने साथ अंगूर रखना चाहिए, और थोड़ी थोड़ी देर बाद इसका सेवन करना चाहिए, इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा।
5.नींबू
नींबू को गर्म पानी के साथ पीने से इसकी समस्या से आपको छुटकारा मिल सकता है। बता दें कि अगर आपको ज्यादा दिक्कत है तो आपको जल्दी से डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।