टल गया तीसरे विश्व युद्ध का खतरा, दोस्त बनने जा रहे ट्रंप और किम जोंग
एक तरफ ट्रम्प जहां उन को रॉकेट मैन कहते रहे, वहीं उन लगातार अमेरिका से जंग की धमकी देता रहा। दोनों देशों की बयानबाजी ने भी तनाव बढ़ाने में भूमिका निभाई। यहां तक की अमरीका और उत्तर कोरिया एक दूसरे के साथ जंग करने को तैयार बैठे थे। या यूं कहें की किम जोंग उन और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो तलवारें खींच ली थी, और एक-दूसरे की सबक सिखाने के लिए कई बार तैयार बैठे थे। लेकिन दक्षिण कोरिया ने एक आयोजन कराकर दोनों को पास ला दिया है। जिसके बाद दोनों एक दूसरे से मुलाकात के लिए तैयार हो गए है। जिसके बाद विश्व में शांति का नया संदेश जाने की उम्मीद है।
आपको याद होगा जब ट्रंप और किम जोंग उन के बीच न्यूक्लियर बटन को लेकर विवाद हुआ था। किम ने कहा था कि न्यूक्लियर बटन हमेशा मेरी टेबल पर रहता है। इस पर ट्रम्प ने कहा कि हमारा न्यूक्लियर बटन नॉर्थ कोरिया से बड़ा है और वह काम भी करता है। इन बयानों के बाद तो यही लग रहा था कि किसी भी दिन युद्ध शुरु हो सकता है लेकिन साउथ कोरिया की खेल डेप्लोमेसी से अमरीका और उत्तर कोरिया के प्रमुख बातचीत और मिलने को तैयार हैं। दरअसल दक्षिण कोरिया में विंटर ओलंपिक खेलों के आयोजन किया जा रहा है। जिसने तनाव के माहौल में तस्वीर को ही बदल दिया है।
परमाणु और मिसाइल टेस्ट बंद करेगा उत्तर कोरिया
इस बात की पुष्टि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुंग ईयू-योंग ने की। एनएसए ने व्हाइट हाउस में कहा कि मई में ट्रंप और किम जोंग-उन के बीच मुलाक़ात होगी। दोनों ने इसके लिए अपनी सहमती दे दी है। सबसे बड़ी खुशख़बरी की बात ये है कि किम जोंग ने भविष्य में कोई मिसाइल टेस्ट न करने का आश्वासन दिया है। एनएसए चुंग ने कहा कि किम ने भविष्य में परमाणु बम और मिसाइल टेस्ट नहीं करेंगे। उत्तर कोरिया प्रमुख किम जोंग उन ने स्वयं डोनल्ड ट्रंप को मुलाक़ात का न्यौता दिया है और अमरीकी राष्ट्रपति ने भी इस न्यौते को स्वीकार कर लिया है।
दक्षिण कोरिया ने कराई दोस्ती
आपको बता दें। कि दक्षिण कोरिया के सुरक्षा प्रमुख चुंग उई-योंग के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बीते दिनों उत्तर कोरिया के दौरे पर गया था। 2011 में सत्ता में आने के बाद से किम जोंग उन के वरिष्ठ अधिकारियों से दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल की यह पहली मुलाकात थी। जिसमें दोनों पक्षों की बातचीत सकारात्मक रही। बैठक के बाद प्रवक्ता ने बताया था कि उत्तर और दक्षिण के संबंधों को उत्साह के साथ आगे बढ़ाने और राष्ट्रीय एकीकरण का नया इतिहास लिखने के लिए हम ठोस प्रयास करेंगे।’ प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जो इन का एक पत्र भी किम जोंग को सौंपा। इसपर उन्होंने अधिकारियों को व्यावहारिक कदम उठाने के निर्देश दिए।
आपको बता दें कि अमरीका और उत्तर कोरिया का विवाद तब से है जब अमेरिका ने नार्थ कोरिया से अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को खत्म करने के लिए कहा था। लेकिन उत्तर कोरिया ने अपने प्रोग्राम जारी रखा। बीते साल नॉर्थ कोरिया ने कई मिसाइल टेस्ट किए, जिनमें इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का टेस्ट भी शामिल है। वहीं अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया के ऊपर से बॉम्बर्स उड़ाए। इससे पहले अमेरिका ने कोरियाई पेनिनसुला में अपना जंगी जहाज कार्ल विन्सन भी भेजा था। अमेरिका को दिखाने के लिए नॉर्थ कोरिया ने समुद्र तट पर लाइव फायरिंग की। नॉर्थ कोरिया ने दावा किया कि फायरिंग का उसका ये सबसे बड़ा टेस्ट था। नॉर्थ कोरिया हाइड्रोजन बम समेत 6 न्यूक्लियर टेस्ट कर चुका है।