कश्मीर के डीएसपी ने की ‘सुलगते कश्मीर’ की जासूसी, पाक में बैठे एजेंटों को भेजता था सूचनाएं
नई दिल्लीः ‘सुलगते जम्मू कश्मीर‘ में पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देने के आरोप में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तनवीर अहमद (DSP Tanveer Ahmed) को सस्पेंड कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी ने कश्मीर घाटी में संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी एजेंट्स को खुफिया जानकारियां मुहैया कराईं थी। सस्पेंड किए डीएसपी तनवीर अहमद श्रीनगर के बटामलू में सशस्त्र पुलिस नियंत्रण कक्ष के प्रभारी थे।
टॉइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक डीजीपी के. राजेंद्र कुमार पिछले कुछ वक्त से तनवीर के ऊपर नजर रख रहे थे। डीजीपी को गृह मंत्रालय से जानकारी मिली थी कि तनवीर अहमद लगातार टेलिफोन के जरिए सीमावर्ती इलाके में मौजूद पाकिस्तानी एजेंट्स के साथ संपर्क में हैं।
डीजीपी ने रखी थी आरोपी नजर –
अंग्रेजी अखबार टॉइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार राज्य के डीजीपी के. राजेंद्र कुमार पिछले काफी समय से आरोपी डीएसपी तनवीर पर नजर बनाये हुए थे। खबरों के अनुसार डीजीपी को गृह मंत्रालय से सूचित किया गया था कि तनवीर अहमद लगातार टेलिफोन के जरिए पाकिस्तानी एजेंट्स के साथ संपर्क में हैं।
डीएसपी की सफाई (DSP Tanveer Ahmed)-
आरोपी डीएसपी ने अपने उपर लगे आरोपों को खारिज किया है। आरोपों के बारे में तनवीर अहमद ने बताया कि एक महिने पहले किसी आर्मी कमांडर का उन्हें कॉल आया था। जिसने कश्मीर घाटी में हिंसा के दौरान कुछ चुनिंदा जगहों पर सुरक्षाबलों की ड्यूटी की जानकारी मांगी थी। डीएसपी का कहना है कि जानकारियां देने से पहले उन्होंने एसपी से इसकी परमिशन ली थी।
व्हाट्सऐप के जरिये शेयर की जानकारी –
डीएसपी के अनुसार उन्होंने जानकारियां व्हाट्सऐप पर शेयर की गई थीं। गृह मंत्रालय को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने कॉल रिकॉर्ड्स की जांच करवाई। गृह मंत्रालय ने इसके बाद डीजीपी को सूचित किया और करीब 15 दिन पहले डीजीपी ने तनवीर (DSP Tanveer Ahmed) पर निगरानी रखना शुरू किया।
पहले भी आ चुकी हैं हॉक्स कॉल –
खुफिया सू्त्रों के अनुसार घाटी में तैनात पुलिसवालों को पहले भी पाकिस्तान से ऐसे फोन आते रहे हैं। आमतौर पर कॉलर्स खुद को आर्मी का बड़ा अधिकारी बताता है। फोन करने वाला घाटी में जवानों की तैनाती की स्थिति की जानकारी मांगता है।