अगर आप भी देखते हैं सपना CID ऑफिसर बनने का तो आपको करना होगा यह, जानिए पूरी प्रक्रिया
CID ऑफिसर बनने की प्रक्रिया: आज के समय में हर युवा यही चाहता है कि किसी भी तरह से वह अपने पैरों पर खड़ा हो सके। कुछ लोग तो केवल जीवन का गुज़ारा करने के लिए ही नौकरी करते हैं, जबकि कचह लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए नौकरी करना चाहते हैं। इस दुनिया में हर तरह के लोग होते हैं, कुछ लोग डॉक्टर बनना चाहते हैं तो कुछ इंजीनियर बनना चाहते हैं, वहीं कुछ लोग पुलिस अधिकारी भी बनना चाहते हैं। उन्ही में से कुछ ख़तरनाक काम करने के लिए भी तैयार रहते हैं।
सही मार्गदर्शन की कमी से हो जाती है परेशानी:
क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट CID जॉइन करने के सपना कई युवाओं का होता है। लेकिन सही मार्गदर्शन ना मिल पाने की वजह से कई युवा परीक्षा ही पास नहीं कर पाते हैं। आपको बता दें CID पुलिस फ़ोर्स का एक विशेष दस्ता होता है। इस डिपार्टमेंट को एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (ADGP) या फिर इन्स्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (IGP) रैंक का कोई ऑफ़िसर लीड करता है। आज हम आपको CID अफ़सर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताने जा रहे हैं। यक़ीनन यह CID जॉइन करने वाले लोगों के लिए फ़ायदेमंद जानकारी हो सकती है।
कौन-कौन सी होती है CID में रैंक:
*- एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (ADGP)
*- इन्स्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (IGP)
*- डीआइजी
*- एसपी
*- इन्स्पेक्टर
*- सुपरिटेंडेंट
*- सब इन्स्पेक्टर
*- असिस्टेंट सब इन्स्पेक्टर
*- कोंस्टेबल
CID के लिए एलिजबिलिटी:
*- आपको बता दें CID में अलग-अलग पोस्ट के लिए भर्ती होती है। आपकी योग्यता के हिसाब से ही स्तरों का निर्धारण किया जाता है। अगर कोई उम्मीदवार सब इन्स्पेक्टर के पद पर भर्ती होना चाहता है तो उसे काम से काम स्नातक होना चाहिए। ऑफ़िसर लेवल की पोस्ट के लिए स्नातक पहली ज़रूरत है।
*- अगर किसी व्यक्ति ने क्रिमिनोलॉजी का कोर्स किया हुआ है तो उसे इसमें काफ़ी फ़ायदा मिल सकता है। चूँकि क्रिमिनोलॉजी में क्राइम से जुड़ी हुई बातें ही पढ़ाई जाती हैं जो CID में भर्ती होने के लिए अच्छा होता है। भारत में कई ऐसी यूनिवर्सिटी हैं जो क्रिमिनोलॉजी का कोर्स करवटी हैं। अगर कोई व्यक्ति यह कोर्स करता है तो उसे CBI ऑफ़िसर बनने में काफ़ी मदद मिल सकता है।
*- इस कोर्स को करने के लिए आप किसी भी स्ट्रीम से 12 में पास होने चाहिए। CID में घुसने के लिए दो रास्ते हैं। पहला आप सीधे जा सकते हैं, इसमें स्टेट पुलिस फ़ोर्स के ज़रिए प्रमोशन पाकर आप CID में घुस सकते हैं। इसमें आपके ट्रैक रेकर्ड और सिनियरिटी के हिसाब से प्रमोशन मिलता है। कोई भी अफ़सर दो साल के एक्सपीरियंस के बाद CID के लिए अप्लाई कर सकता है। इसके बाद दो साल की ट्रेनिंग दी जाती है।
*- CID में जाने का दूसरा तारिक यह है कि इंडीयन सिविल सर्विसेज़ के इग्ज़ाम को पास किया जाए। यह इग्ज़ाम UPSC द्वारा करवाया जाता है। जो भी व्यक्ति इसके बारे में ज़्यादा जानकारी चाहता है वो UPSC की वेबसाइट पर देख सकता है। इसमें रिटेन टेस्ट के बाद इंटरव्यू और फ़िज़िकल टेस्ट होता है। इस इग्ज़ाम को पास करने के लिए आपको करेंट मामलों की ज़्यादा समझ होनी चाहिए।