पाकिस्तान भी भारत की तर्ज पर करना चाहता था सर्जिकल स्ट्राइक, भारतीय सेना के जवानों ने उसके सपनों पर पानी फेरा!
एक बड़े मीडिया संगठन ने LOC सम्बंधित बड़ा खुलासा किया है। भारत की तर्ज पर पाकिस्तान भी सर्जिकल स्ट्राइक (Pakistan Surgical Strike)करने की कोशिश कर रहा था। भारत की तरह ही पाकिस्तान भारत में घुसकर हमला करना चाहता था, लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने उसके सारे सपनो पर पानी फेर दिया। पाकिस्तानी सेना यह सोच कर भारत में दाखिल होना चाहती थी कि उसे अब वापस नहीं जाना है, लेकिन भारतीय सेना के जाँबाज जवानों को देखकर उसकी हिम्मत भी गवाही दे गई और उसके सिपाही दबे पाँव वापस लौट गए।
पाकिस्तानी भी यही सोचकर आये थे कि वह अपने आतंकियों का बदला ले लेंगे (Pakistan Surgical Strike)
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से खार खाए पाकिस्तानी भी यही सोचकर आये थे कि वह अपने आतंकियों का बदला ले लेंगे, लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि अगर उन्होंने कोई नापाक कोशिश की तो भारतीय सेना उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।
5 अक्टूबर की आधी रात को
5 अक्टूबर की आधी रात को पाकिस्तानी सेना ने भी भारत की तर्ज पर भारत में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देना चाहा। पाकिस्तानी सेना शायद यह भूल गयी थी की नक़ल करने के लिए भी दिमाग की जरुरत पड़ती है। एक बार फिर पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम और आतंकी मिलकर उरी के रामपुर सेक्टर में हमला करने की सोच रही थी। इन आतंकियों ने यह सोचा था कि अगर वह हमला कर देते हैं तो उनके ज्यादा से ज्यादा आतंकी भारतीय सीमा में घुस सकते हैं। उनकी इस नापाक कोशिश को बीएसएफ के मुस्तैद जवानों ने नाकाम कर दिया और उन्हें उल्टे पाँव लौटने पर मजबूर कर दिया।
सूत्रों के अनुसार दुश्मन खेमे में बहुत दिन से हलचल देखि जा रही थी, लेकिन भारतीय सेना को इसकी जानकारी थी। पाकिस्तानी सेना आतंकियों को भारत में घुसाने के मकसद से भारतीय सेना का ध्यान हटाने के लिए उनपर अंधाधुंध फायरिंग करने लगी। भारतीय सेना के जवानों ने उनका डंटकर सामना किया और उनके हमलों को नाकाम कर दिया। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान भारत में सर्जिकल स्ट्राइक की कोशिश दो बार कर चुका है, लेकिन दोनों बार नाकाम ही हुआ।
6 अक्टूबर को फिर से
पाकिस्तान ने पहले दिन की नाकामी के बाद दुसरे दिन 6 अक्टूबर को फिर से रात के समय ही भारत पर हमला करने की योजना बनाई थी। इस बार उन्होंने नौगाम को अपना निशाना बनाने की सोची। लेकिन उन्हें शायद यह पता नहीं था की उनकी हर हरकत पर 119 बीएसएफ बटालियन के जवानों ने नजर रखी हुई है। पाकिस्तानियों ने अपने आतंकियों के भारत में दाखिल कराने के लिए एक बार फिर फायरिंग शुरू की, हालांकि 9 घंटे चलने वाली इस फायरिंग में भारत का तो कुछ नुकसान नहीं हुआ, लेकिन 4 आतंकी मरे गए।
यह देखकर पाकिस्तानी सेना और आतंकियों की हिम्मत एक बार और छूट गई और वह उल्टे पाँव भाग गए। भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान की इस नापाक कोशिश को एक बार नहीं बल्कि दो बार नाकाम किया। पाकिस्तान ने बॉर्डर एक्शन टीम ख़ास तौर पर भारत की सीमाओं पर तैनात करने के लिए बनाया है। उसने बॉर्डर वाले हर जगह पर इसे तैनात किया हुआ है। इस टीम में कोई भी पाकिस्तानी शामिल हो सकता है, ट्रेनिंग उन्हें आतंकी देते हैं।