आपकी जिंदगी खराब करके चला गया है कोई तो इस तरह से संभाले खुद को, इस कहानी से लीजिये प्रेरणा
एक बार फिर सोनिया के कानों में किसी की आवाज आई कि मैं तुमसे प्यार करता हूं. सोनिया ने पीछे मुड़कर देखा तो अनिल वहां था. सोनिया ने कहा कि आखिर तुम मेरा पीछा क्यों नहीं छोड़ देते? क्यों मुझे परेशान करते हो? मैं तुमसे प्यार नहीं करती और तुम इस लायक भी नहीं हो कि कोई तुमसे प्यार करे. चले जाओ यहां से और अकेला छोड़ दो मुझे. तुम्हारी वजह से मेरा जीना हराम हो गया है. अनिल ने एक बार फिर कहा- मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और तुम्हे बहुत खुश रखूंगा. सोनिया को गुस्सा आ गया. उसने अनिल को थप्पड़ मारा और वहां से चली गई. लेकिन अचानक अनिल ने सोनिया का हाथ पकड़ा और उसके सामने ब्लेड से अपना हाथ काट लिया. सोनिया डर गई और क्लास से बाहर चली गई.
पूरी क्लास ने अनिल का ये तमाशा देखा. इसके बाद दो दिनों तक सोनिया कॉलेज नहीं आई. दो दिनों के बाद सोनिया कॉलेज आई. अनिल उसका इंतजार कर रहा था. अनिल ने फिर से आकर अपने प्यार का इजहार किया लेकिन सोनिया ने फिर से पहले की तरह मना कर दिया. मना करते वक्त सोनिया डर रही थी. सोनिया को अब अनिल की शक्ल से भी डर लगने लगा था क्योंकि एक पागल उसके पीछे पड़ गया था. वह बार-बार उसे मना करती और वह बार-आर अपना हाथ काट लिया करता. सोनिया की जिंदगी नर्क बन गई थी. उसे हर समय बस अनिल याद आया करता था. उसकी नजरों के सामने अनिल की सूरत घूमती रहती थी. अब सोनिया को कॉलेज जाने में भी डर लगने लगा था. जब भी वह कॉलेज जाती अनिल रास्ते में उसका इंतजार कर रहा होता था.
फिर एक दिन पूरी क्लास ने सोनिया को समझाया. सोनिया को मान जाने के लिए कहा. सोनिया मान गई. फिर दोनों की लव स्टोरी शुरू हो गई. सोनिया को अनिल पसंद आने लगा. अनिल सोनिया का पूरा ध्यान रखता था. उनका प्यार परवान चढ़ चुका था.
एक दिन सोनिया के पड़ोसी ने दोनों को एक साथ देख लिया और उसके घर पर जाकर बता दिया. सोनिया को उसके पापा ने खूब पीटा. अनिल को भी सोनिया के पापा ने घर जाकर पीटा. लेकिन उस वक्त एक ऐसी बात अनिल ने कह दी जिस वजह से उसकी जान बच गई. अनिल ने कहा कि मुझे मारने का कोई फायदा नहीं आपकी बेटी ही मेरे पीछे पड़ी हुई थी.
जब यह बात सोनिया को पता चली तब वह हैरान रह गई. उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर अनिल ऐसा कैसे बोल सकता है. उसे पापा की मार से इतना दुख नहीं हुआ जितना अनिल की इस बात का. सोनिया अब टूट चुकी थी. सोनिया की बड़ी बहन ने उसका ध्यान दिया और माइंड डाइवर्ट करने की कोशिश की. लेकिन सोनिया इस गम से बाहर नहीं निकल पा रही थी. सोनिया के पापा ने उसे अनिल को भुलाने के लिए एक महीना का समय दिया और कहा उसके बाद उसकी शादी किसी और के साथ कर दी जाएगी.
सोनिया की बहन घंटों सोनिया को समझाती. सोनिया की बहन ने जैसा पापा कह रहे हैं वैसा करने की सलाह दी. आखिर में सोनिया को बहन और पापा की बात समझ आ गई. उसने सोचा कि जिस इंसान को उससे मतलब नहीं है वह क्यों उसके लिए अपनी जिंदगी बर्बाद कर रही है. सोनिया शादी के लिए मान गई और शादी कर ली. लेकिन वह आज भी अपने साथ हुए विश्वासघात को भूल नही पाई थी.
वह एक बार अनिल से मिलकर उससे सवाल जवाब करना चाहती थी. वह पूछना चाहती थी कि आखिर क्यों उसने कॉलेज में उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी थी. लेकिन सोनिया का अनिल से फिर कभी मिलना नहीं हुआ और सोनिया कुछ अनसुलझे सवालों के साथ अपनी जिंदगी खुशी-खुशी जीने लगी.
इस कहानी से हम सिर्फ यही बताना चाहते हैं कि जब किसी इंसान को आपके होने न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता तो उसे समय रहते भूल जाना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर वह आपको अपना सबकुछ भुला देने पर मजबूर कर देगा. आपकी जिंदगी हमेशा के लिए बर्बाद हो जायेगी. इसलिए जो बीत गया उसे भुला देना ही बेहतर है.