विधानसभा चुनाव पर ओपिनियन पोल: यूपी में खिलेगा कमल, न चलेगी हाथी न साइकिल
दिल्लीः इंडिया टुडे-एक्सिस के ओपिनियन पोल में मतदाताओं के रुख से नजर आ रहा है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। इसी सर्वेक्षण में मायावती उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद बनकर उभरी हैं। (Opinion polls UP election).
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, भाजपा को 170 से 183 सीटें मिलने का अनुमान है, लेकिन उसे बहुमत में आने के लिये 202 सीटों का आंकाड़ा छूना होगा। फिलहाल इस पोल के अनुसार वो अभी इससे काफी दूर नज़र आ रही है। यह सर्वे 5 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच कराया गया। इस सर्वे में 403 विधानसभा क्षेत्रों के 22,231 लोगों से राय ली गई।
क्या है जातिगत समीकरण (Opinion polls UP election) –
BJP उत्तर प्रदेश में इसलिए बढ़त लेती दिख रही है क्योंकि उसे राज्य में अन्य पिछड़ी जातियों (OBC) का समर्थन मिल रहा है। राज्य में 44 फीसदी गैर यादव OBC का कहना है कि वो कमल पर बटन दबाएंगे। उत्तर प्रदेश में अगड़ी जातियां (सवर्ण) भी BJP के साथ खड़ी दिखाई दे रही हैं। इनमें 61 फीसदी ने अपनी पहली पसंद कमल को बताया है।
यद्यपि SP के समर्थन में परम्परागत यादव वोट (67%) मजबूती से डटा है. यूपी में मुस्लिमों को अब भी SP पर ही सबसे ज्यादा भरोसा है। 58 फीसदी मुसलमानों ने SP का साथ देने की बात कही है। वहीं 21 फीसदी मुसलमान मायावती के पाले में खड़े नजर आ रहे हैं। देश में दलित विरोधी कई घटनाओं से BJP की ओर से मायावती के दलित वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिशों को झटका लगा है। दलितों में 71 फीसदी वोटर चट्टान की मजबूती के साथ मायावती के पीछे खड़े हैं।
पूर्वी यूपी (167 सीट) भाजपा के लिए सबसे फायदेमंद –
पूर्वी यूपी की अगर बात की जाए तो भाजपा 33 फीसदी वोट के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप उभर सकती है। बीएसपी को वहां 28 फीसदी और सपा को 22 फीसदी और कांग्रेस 5 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
पश्चिमी यूपी (136 सीट) में भाजपा को बढ़त –
पश्चिमी यूपी की 136 सीटों में 31 फीसदी वोटों के साथ भाजपा बढ़त बना सकती है। बसपा और सपा को 27-27 फीसदी वोट मिल सकते हैं। जबकि कांग्रेस के पक्ष में चार फीसदी और अन्य को 11 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
मुसलमानों का रुझान सपा की ओर (Opinion polls UP election) –
अगर मुस्लिम वोटों की बात करें तो 58 फीसदी मुसलमान वोटरों ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया। 21 फीसदी बसपा के पक्ष में और 04 फीसदी बीजेपी के पक्ष में हैं। कांग्रेस को 05 फीसदी मुसलमान वोटरों ने पसंद किया है। यूपी विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल अगले साल मार्च में समाप्त हो रहा और चुनाव जनवरी-फरवरी में होंगे।
मध्य यूपी (81 सीट) में सपा आगे –
मध्य यूपी की 81 सीटों में 29 फीसदी वोटों के साथ सपा सबसे आगे दिख रही है। बसपा को 28 फीसदी और भाजपा को 26 फीसदी वोट मिल सकते हैं। कांग्रेस को यहां 6 फीसदी और अन्य के खाते में 11 फीसदी वोटर दिख रहे हैं।
बुंदेलखंड (19 सीट) में बसपा को बढ़त –
बुंदेलखंड में 34 फीसदी वोटों के साथ बसपा सबसे आगे है। भाजपा 32 फीसदी वोटों के साथ दूसरे और सपा 16 फीसदी के साथ तीसरे नंबर पर आ सकती है। कांग्रेस को 06 फीसदी और अन्य को 12 फीसदी वोट जा सकते हैं।
कांग्रेस मुक्त भारत –
54 फीसदी वोटरों ने कहा है कि वो कांग्रेस मुक्त भारत के विचार से सहमत नहीं हैं। इस बात के अलावा ओपिनियन पोल में ऐसा कुछ सामने नहीं आया है, जिससे ग्रैंड ओल्ड पार्टी को राहत मिल सके। सक्रिय राजनीति में प्रियंका गांधी की अपरिहार्य एंट्री की खूब चर्चा के बावजूद सिर्फ 19 फीसदी प्रतिभागियों ने माना कि वे कांग्रेस को दोबारा सशक्त बनाने में कोई भूमिका निभा सकती हैं। पार्टी ने शीला दीक्षित को यूपी में मुख्यमंत्री के लिए अपना चेहरा बताया है। लेकिन उन्हें सिर्फ 1 फीसदी वोटरों ने ही सीएम के तौर पर पसंद बताया।
सर्जिकल स्ट्राइक पर 90 फीसदी की मुहर –
सर्वेक्षण में 90 फीसदी लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक बहुत अच्छा माना है। इस सवाल पर कि क्या भारत जंग की तरफ बढ़ रहा है, 72 फीसदी लोगों ने हां कहा। वहीं 76 फीसदी लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत दिखाने की हिमायत की और 20 फीसदी ने ऐसा न करने का पक्ष लिया। 91 फीसदी लोगों ने माना कि सर्जिकल स्ट्राइक से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ताकतवर हुए हैं।
अब चुनावी मुद्दों की बात –
जहां तक मुद्दों की बात है तो राम मंदिर का मुद्दा वोटरों की पसंद के लिए अब कोई मायने नहीं रख रहा। आश्चर्यजनक ढंग से राम मंदिर मुद्दे को वोटिंग का आधार माने जाने के सवाल पर प्रतिभागियों से 0 फीसदी नतीजा सामने आया। इस चुनाव में वोटरों के लिए विकास सबसे बड़ा मुद्दा साबित होने जा रहा है।
रोजगार के अवसर, सड़क, बिजली और पीने के पानी जैसे अन्य मुद्दे हैं, जिन पर वोटरों का ध्यान केंद्रित है। ये पूछे जाने पर कि BJP को अपना ध्यान सबसे ज्यादा किस बात पर केंद्रित रखना चाहिए तो 88 फीसदी के जबरदस्त बहुमत ने विकास के हक में राय व्यक्त की। सभी प्रतिभागियों में से सिर्फ 1 फीसदी ने गाय संरक्षण को प्राथमिकता बताया।
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यूपी (कुल 403 सीटें) (Opinion polls UP election)
पार्टी : सीटें : वोट प्रतिशत
भाजपा : 170-183 : 31%
बसपा : 115-124 : 28%
सपा : 94-103 : 25%
कांग्रेस : 08-12 : 06%
अन्य : 01-12 : 10%
मायावती सीएम पद के लिए पहली पसंद (वोट प्रतिशत)
मायावती: 31%
अखिलेश: 27%
राजनाथ सिंह: 18%
योगी आदित्यनाथ: 14%
प्रियंका वाड्रा: 02%
शीला दीक्षित : 0