कुछ लोग ग़लती से इस चीज़ को समझ बैठे तोप लेकिन जब इसके नीचे देखा तो उनके होश उड़ गए
तोप: यह दुनिया बहुत बड़ी है, इसके बारे में सभी लोग जानते हैं। इस दुनिया में आज भी कुछ ऐसी चीज़ें मौजूद हैं, जिनके बारे में बहुत काम ही लोगों को जानकारी है। कुछ चीज़ें तो ऐसी हैं, जिन्हें देखने के बात लोगों की हैरानी का ठिकाना ही नहीं रहता है। आप तो जानते ही हैं कि इस पृथ्वी पर हज़ारों सालों से मनुष्य रह रहे हैं, उससे लाखों साल पहले विशालकाय जानवरों का राज हुआ करता था, जिसके अवशेष आज भी कहीं ना कहीं मिल जाते हैं।
कई चीज़ों की सच्चाई जानकार हो जाते हैं हैरान:
मनुष्यों ने पृथ्वी पर धीरे-धीरे विकास करना शुरू किया और कई चीज़ों का निर्माण किया। जैसे-जैसे लोगों की ज़रूरतें बढ़ती गयी। अपनी ज़रूरतों के हिसाब से लोगों ने शोध करना शुरू किया और कई अद्भुत चीज़ों का निर्माण किया। आज गाहे-बगाहे कहीं ना कहीं मनुष्यों द्वारा विकसित की गयी पुरानी चीज़ें देखने को मिल जाती हैं। आज जब लोग उन पुरानी चीज़ों के बारे में जानते हैं या देखते हैं तो पहले समझने में ग़लती कर बैठते हैं। लेकिन जब उन चीज़ों की सच्चाई जानते हैं तो काफ़ी हैरान हो जाते हैं।
कौतूहलवश पास से देखने का बनाया मन:
कुछ लोगों को दुनिया घूमने का शौक़ होता है। अपने दोस्तों के साथ समूह बनाकर घूमने का मज़ा ही कुछ और होता है। ऐसे ही कुछ लोगों का एक समूह भ्रमण पर निकला। इसी भ्रमण के दौरान वो कुछ ऐसी चीज़ों को भी देख लेते हैं। हाल ही में एक ऐसी ही घटना सामने आयी है। ही हाँ रूस के व्लादिवोस्टोक शहर से कुछ किलोमीटर दूर पर कुछ यात्रियों को एक बहुत ही अजीबो-ग़रीब चीज़ दिखाई दी। यह अजीबो-अगीब चीज़ काफ़ी पुरानी थी। यात्रियों ने उस चीज़ को ग़लती से तोप समझ लिया। इसके बाद कौतूहलवश उन्होंने पास से देखना चाहा।
पास से देखा तो पता चला कि खड़े हैं क़िले के ऊपर:
जब साथियों ने तोप जैसी दिखने वाली चीज़ को नज़दीक से देखने का फ़ैसला करके नज़दीक गए तो पास जाकर जो देखा उससे उनके होश उड़ गए। जी हाँ अब आप भी सोच रहे होंगे कि आख़िर वो चीज़ थी क्या जिससे उनके होश उड़ गए? जब यात्रियों ने तोप को क़रीब से देखा तो उन्हें पता चला कि वो कोई तोप नहीं है बल्कि वो एक क़िले के ऊपर खड़े हैं। उन लोगों को ऐसी ही कई तोपें दिखाई दीं जो क़िले के ऊपर स्थित थी। क़िला काफ़ी पुराना था, जिससे उसका आधा हिस्सा ज़मीन के नीचे था।
रूसी सेना ने बनवाया था यह क़िला:
जानकारी के लिए आपको बता दें कि यह क़िला किसी राजा महाराजा का नहीं बल्कि रूसी सेना का था। इस क़िले को 19 वीं सदी में जापानी सेना के हमले को नाकाम करने के लिए बनाया गया था। व्लादिवोस्टोक में यह यह अकेला क़िला नहीं था, इससे सटे हुए ही दर्जनों क़िले यहाँ स्थित हैं। रूसी सेना के इस बेस को 1923 में बंद कर दिया गया था। इसके बाद यहाँ 1930 में कुछ तोपें लगायी गयी थी। लेकिन रूसी सेना ने इसे कभी इस्तेमाल ही नहीं किया। उसके बाद से ही यह क़िला वीरान पड़ा हुआ है। आज भी इस क़िले के अंदर जंग के समय की काफ़ी चीज़ें मौजूद हैं।