भारत का एक ऐसा मंदिर जिसका दरवाजा आज तक कोई नहीं खोल पाया, जानिए क्या है दरवाज़े के पीछे ?
पद्मनाभस्वामी मंदिर : एक ऐसा मंदिर जिसके रहस्य को लेकर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जा चुका है, लेकिन रहस्य की गुत्थी खुलने का नाम नहीं ले रही है। जी हां, अभी कुछ साल पहले ही इस मंदिर को लेकर बड़ा विवाद भी सामने आया था, लेकिन इस विवाद में भी मंदिर के अंदर क्या है, उसका पता नहीं चल पाया। सदियो से इस मंदिर को लेकर तरह तरह के अफवाहें फैलती रहती है, शायद यही वजह है कि अफवाहों के बीच मंदिर के अंदर क्या, इसका पता नहीं चल पा रहा है। हालांकि, मामला चाहे जो कुछ भी क्यों न हो लेकिन आज हम आपको इस मंदिर से जुड़े हर तथ्य और अफवाहों से रूबरू कराने जा रहे हैं। तो आइये देखते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
दरअसल, जिस मंदिर को लेकर हम बात कर रहे हैं, उसके भीतर एक बड़ा खजाना होने की भी पूरी संभावनाएं जताई जा चुकी हैं। इसके अलावा न जाने कितने संभावना इस मंदिर को जताई गई हैं, लेकिन जो भी हो किसी भी संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है, क्योंकि सच तो तभी सामने आएगा, जब मंदिर का द्वार खुलेगा। बता दें कि ये मंदिर केरल में स्थिति है, जिसे श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के नाम से जाना जाता है।
इस मंदिर को लेकर न जाने कितनी बार कानूनी कार्रवाई करने की बात भी सामने आई थी, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया। बता दें कि इस ंमंदिर में एक ऐसा तहखाना है, जिसमें खजाना होने की पूरी संभावनाएं जताई जा रही है, लेकिन ये मामला इस आधार पर खत्म करा दिया गया कि अगर ये खुला तो पूरी दुनिया में तहलका यानि तबाही आ जाएगी। मतलब साफ है कि इस मुद्दे को धर्म और ईश्वर के साथ खिलवाड़ करने की बात करके हुए खत्म भले ही कर दिया गया हो, लेकिन रहस्य तो ज्यों का त्यों ही पड़ा हुआ है।
रहस्मयी मंदिर को खोलने के पीछे दिये गये ये तर्क : पद्मनाभस्वामी मंदिर
आपको बता दें कि इस मंदिर के पांच तहखाने यानि दरवाजों को कोर्ट के आदेशानुसार खोला जा चुका है, जिसमें से खरबोंं की संपत्ति भी निकली थी, लेकिन छठा दरवाजा को खोलने के लिए कोर्ट भी मना कर रहा है। दरअसल, इसके पीछे ये तर्क दिया जा रहा है कि इस बात के पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि पद्मनाभस्वामी मंदिर का छठा ताहखाना भगवान विष्णु के आसन के नीचे है, ऐसे में अगर इसे खोलने का प्रयास किया गया तो भगवान को गुस्सा आ जाएगा, जिसकी वजह से न सिर्फ खोलने वाले का सर्वनाश होगा, बल्कि इसका प्रकोप पूरी दुनिया में बरसेगा।
याचिकाकर्ता की तीन हफ्तों के बाद हुई थी मौत
इस रहस्य को उजागर करने के लिए जिस शख्स ने याचिका दायर की थी, उसकी तीन हफ्तों के बाद ही मौत हो गई थी, जिसकी वजह से अटकलों का बाजार अभी तक जारी है। हालांकि, कोर्ट ने इस दरवाजें को खोलने की पूरी कोशिश की लेकिन बाद में इसे दैवी इच्छा मानकर मामलें को रफा-दफा करने की बात भी सामने आई। जानकारों की माने तो उनका कहना है कि छठा तहखाना यानि दरवाजा तीन अन्य दरवाजों से बंद है, ऐसे में इसे खोलना बस की नहीं है। बता दें कि पहला दरवाजा लोहे की छड़ों से बना हुआ है, तो वहीं दूसरा लकड़ी से बना है, इतना ही नहीं आखिरी दरवाजा लोहे से बना बहुत ही बड़ा और मजबूत है, जिसे खोलना संभव नहीं है।
रहस्मयी मंदिर के छठे दरवाजें पर ऐसे दी गई है चेतावनी
पद्मनाभस्वामी मंदिर के दरवाजे पर जहरीले और डरावने सांपों की छवि भी बनाई गई है। जानकारों की माने तो ये छवि इस बात का संकेत देती है कि अगर इसे खोलने की कोशिश की गई तो भारी अनिष्ट हो सकता है, इतना ही नहीं पूरी की पूरी दुनिया स्वाहा हो जाएगी। गौरतलब है कि इन सांपो को इस दरवाजें का रक्षक माना जा रहा है। इन सबके बीच एक ऐसी खबर भी आई थी कि ये दरवाजा सदियों पहले खुल चुका है। जी हां, कहा जाता है कि 139 साल पहले इसे खोला गया था। एक बार इसे खोलने की कोशिश फिर से हुई, लेकिन तब सावधानी बरतने के लिए बाहर एबुलेंस की व्यवस्था की गई थी। बताया ये भी जाता है कि इस मंदिर के अंदर से एक रास्ता समुद्र की तरफ भी गया हुआ है।