अध्यात्म के साथ रुद्राक्ष धारण करना सेहत के लिए भी है फायदेमंद, दूर होते हैं असाध्य रोग
रुद्राक्ष धारण करना : सनातन धर्म में रुद्राक्ष का विशेष महत्व है। धर्म और संस्कृति की दृष्टि से रुद्राक्ष पहनना शुभ माना जाता है। ऐसे में बहुत से लोग धार्मिक लाभ की दृष्टि से रूद्राक्ष धारण करते हैं पर आपको बता दें की रूद्राक्ष धारण करना अध्यात्म के साथ सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी होता है।विषेज्ञ मानते हैं कि रूद्राक्ष धारण करने से जहां कई सारे असाध्य रोग दूर होते हैं वहीं जानलेवा बीमारियों से बचाव भी मिलता है यानी कि अगर आप रूद्राक्ष नियमित रूप से धारण करते हैं तो आप कई सारी घातक बीमारियों का शिकार होने से बच जाते हैं.. आज हम आपको रूद्राक्ष धारण करने के कुछ ऐसे ही स्वास्थय लाभ के बारे में बता रहे हैं..
सनातन धर्म में रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है.. ऐसे में रूद्राक्ष को भगवान शंकर का आशीर्वाद माना जाता है.. साथ ही धार्मिक महत्व रखने वाला रूद्राक्ष औषधी का भी काम करता है।दरअसल रुद्राक्ष में पाए जाने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक गुणों के कारण इसमें औषधीय क्षमता होती है और रुद्राक्ष के इस विद्युत चुंबकीय क्षेत्र और तेज गति की कंपन आवृत्ति से वैज्ञानिक भी आश्चर्य चकित हैं। ऐसे में वैज्ञानिक मान चुके हैं कि ये आवेग मस्तिष्क में कुछ केमिकल्स को प्रोत्साहित करते हैं, जो कि स्वास्थ्य को सकारात्मक ढंग से प्रभावित करते हैं। चलिए जानते हैं इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बार में..
मावसिक तनाव दूर होता है
रुद्राक्ष का सबसे अधिक सकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के मन-मस्तिष्क पर पड़ता है.. आज के समय में जहां लोग अक्सर तनाव और चिंता में डूबे रहने के कारण कई तरह की मानसिक बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। वहीं रुद्राक्ष धारण करने से चिंता और तनाव से संबंधी परेशानियों दूर होती हैं, इसके साथ ही मानसिक उत्साह और ऊर्जा में वृद्धि होती है।
दरअसल रुद्राक्ष में केमो फार्माकोलॉजिकल नाम का विशेष गुण पाया जाता है जिसके कारण ये ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।ऐसे में इससे दिल संबंधी रोगों के होने का खतरा कम हो जाता है।
रुद्राक्ष धारण करने से नर्वस सिस्टम सही रहता है.. असल में रुद्राक्ष में आयरन, फॉस्फोरस, एल्युमीनियम, कैल्शियम, सोडियम, पोटैशियम और सिलिका जैसे तत्व प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं और इन्ही तत्वों के कारण ये शरीर के नर्वस सिस्टम को दुरुस्त रखने में मददगार होता है।
इसके साथ ही रुद्राक्ष धारण करने से किडनी सम्बंधी रोग भी दूर होते हैं और शरीर में डायबिटीज लेवल भी नियंत्रित रहता है। वहीं पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से रक्तचाप को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
इस तरह रुद्राक्ष धारण करने विभिन्न रोगों से सुरक्षा प्राप्त होती है.. इसके साथ ही रुद्राक्ष के प्रभाव से आसपास का माहौल वातावरण शुद्ध होता है और जीवन की परेशानियों से लड़ने की शक्ति मिलती है। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 21-मुखी तक होते हैं, जिन्हें अलग-अलग उद्देश्य से पहना जाता है। वैसे इन सबमें पंचमुखी रुद्राक्ष सबसे सुरक्षित और लाभदायी माना जाता है जो स्त्री, पुरुष, बच्चे, हर किसी के लिए अच्छा माना जाता है।