इंटरनेट के बढ़ते उपयोग से इस दिन पूरी दुनिया से खत्म हो जाएगा इंटरनेट,वैज्ञानिकों ने दी जानकारी
इंटरनेट आज के समय में सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है। पिछले कुछ सालों में इंटरनेट का चलन काफी बढ़ा है। दुनियाभर के करोड़ों लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इंटरनेट ने हमारे जीवन को काफी आसान बना दिया है। आज के युग में इंटरनेट प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की जरूरत बन चुका है और इंटरनेट के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल लगने लगा है। आज इंटरनेट का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जाता है। आज की पीढ़ी का छोटे से छोटा बच्चा भी इंटरनेट की जानकारी रखता है। ऑनलाइन शॉपिंग करने से लेकर अपने मनोरंजन, बिलों का भुगतान, व्यापारिक दस्तावेजो का आदान प्रदान जैसे अनेकों कामों के लिए लोग हर रोज इंटरनेट का प्रयोग करते हैं। दुनिया से खत्म हो जाएगा इंटरनेट :
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इंटरनेट आखिर आता कहां से है और यह कैसे काम करता है? क्या आपने कभी कल्पना की है कि अगर इंटरनेट खत्म हो जाए तो क्या होगा इससे हमारी जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ेगा। आप जानते हैं आज के समय में इंटरनेट हमारे लिए इतना जरूरी हो गया है की यदि एक मिनट भी इंटरनेट बंद हो जाये तो दुनियाभर में लाखो करोड़ो का नुकसान हो जायेगा। ऐसे में हमेशा के लिए इंटरनेट बंद होने की बात तो सोच भी नहीं सकते। आज हम आपको इंटरनेट से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको जानकर आपको काफी हैरानी होगी।
सबसे पहले इंटरनेट का आविष्कार सन 1969 में DOD यानी डिपार्टमेंट ऑफ डिफेन्स द्वारा किया गया था। भारत में इसकी शुरुआत 15 अगस्त 1995 को सरकारी कंपनी BSNL ने की थी। हाल ही में इंटरनेट को लेकर एक हैरान कर देने वाली बात सामने आई हैं। आपको बता दें कि हम जो इंटरनेट यूज करते हैं वो सेटेलाइट के जरिए सिर्फ 1 प्रतिशत ही आता है। हमने 8 लाख किलोमीटर से भी ज्यादा लम्बाई वाले आप्टिकल फाइबर केबल समुद्र में बिछाये है जिसमे हमारे इंटरनेट का 90 प्रतिशत यूज होता है। समुद्र में वही आप्टिकल फाइबर केबल बिछाये जाते है जिनमे कम नुकसान और कम लागत आती है, और एक खास टीम समय इन आप्टिकल फाइबर केबल की निगरानी करती रहती है
हाल ही में लंदन के एक अंग्रेजी अखबार डेली मेल समाचार प्रकाशित किया गया था कि जिसके मुताबिक जिस हिसाब से आज के समय में इंटरनेट का प्रयोग बढ़ रहा है उसको देखते हुए भविष्य में हमें दिक्कत उठानी पड़ सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार आने वाले आठ वर्षों में इंटरनेट का उपयोग इतना ज्यादा बढ़ जाएगा कि इसे चलाने वाली फाइबर केबल्स यह भार नहीं झेल पाएंगी और इंटरनेट धवस्त हो जाएगा।
हालांकि वैज्ञानिक इस स्थिति से निपटने के लिए पूरजोर कोशिश कर रहे हैं और उम्मीद है कि वैज्ञानिक कोई नई तकनीक तलाश कर इंटरनेट को ध्वस्त होने से बचा लेने में कामयाब होंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुरुआत में इंटरनेट सेटेलाइट से चलता था लेकिन इसमें डेटा काफी कम स्पीड में लोड होता था ये तकनीक अब बहुत पुरानी हो चुकी है। वर्तमान में ऑप्टिकल फाइबर केबल की मदद से 255 टेराबाइट प्रति सेकेंड की स्पीड हासिल की जा चुकी है और वैज्ञानिक इससे भी अधिक स्पीड को पाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।