बीजेपी पर भड़की टीडीपी का बड़ा आरोप ‘क्या आंध्र प्रदेश देश का हिस्सा नहीं’
नई दिल्ली: एनडीए की सहयोगी पार्टियां अच्छी खासी नाराज दिखाई दे रही है, जोकि किसी भी नजरिये से बीजेपी के लिए अच्छे संकेत नहीं माने जा सकते हैं। जी हां, टीडीपी और एनडीए जारी बहस कब विवाद में तब्दील हो जाए, ये किसी को नहीं पता। दरअसल, टीडीपी ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जा की मांग की थी, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
बीजेपी की सहयोगी पार्टी ने सरकार से मांग किया था कि उस वादे को पूरा किया जाए आंध्र प्रदेश के विभाजन के दौरान किया था। जी हां, टीडीपी की तरफ से साफ कहा गया है कि उन्होंने बजट से पहले ही सरकार को बता दिया था कि आंध्र प्रदेश की जनता को क्या चाहिए? लेकिन सरकार के व्यवहार से तो ऐसा ही लगता है, जैसे सरकार को आंध्र प्रदेश की पड़ी ही नहीं है।
आंध्र प्रदेश की सीएम इन दिनों दुबई में है, ऐसे मे उन्होंने टेलीफोन के जरिए सासंदो से मीटिंग करते हुए कहा कि सरकार के रवैये से वो बिल्कुल भी खुश नहीं है, ऐसे में गठबंधन को लेकर जल्दी ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। बताते चले कि बीजेपी अपनी तरफ से टीडीपी को खुश करने की पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन टीडीपी सरकार से संतुष्ट नहीं हो पा रही है, जिसकी वजह से टीडीपी और बीजेपी के बीच दरार आने की संभावनाएं जताई जा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आंध्र प्रदेश को अब विशेष राज्य का दर्जा देने का समय आ गया है। साथ ही राहुल गांधी ने ये भी कहा कि कांग्रेस पार्टी इसके लिए राजी है, ऐसे में अब बाकि पार्टियों का राजी होने की जरूरत है, ताकि जल्द से जल्द आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिया जा सकता है।
बीजेपी की सहयोगी पार्टियां बीजेपी से अलग थलग होती दिखाई दे रही है। बता दें कि शिवसेना ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वो आगामी चुनाव बिना एनडीए के लड़ेगी, ऐसे में क्या बीजेपी अपनी सहयोगी पार्टियों को एकजुट रखने में सफल हो पाती है या नहीं, ये तो खैर वक्त ही बताएगा।