उपराष्ट्रपति का बयान ‘शिक्षा जॉब नहीं, हर किसी को रोजगार देना संभव नहीं’
नई दिल्ली: देशभर में पकौड़ा सियासत जारी है, ऐसे में उपराष्ट्रपति का बयान बहस को नई दिशा में मोड़ सकती है। जी हां, पकौड़ा सियासत पर पहली बार उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बड़ा बयान दिया है, जिसको लेकर सियासत और भी तेज हो सकती है। दरअसल, उपराष्ट्रपति ने कहा कि हर किसी को रोजगार देना किसी भी सरकार के लिए संभव नहीं है। ऐसे में हर कोई अपनी आजीविका के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाता है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?
सियासत ए पकौड़ा का रंग पूरे देश पर चढ़ा हुआ है, ऐसे में उपराष्ट्रपति का बयान पकौड़ा सियासत के रंग को और भी गहरा कर दिया है। बता दें कि एक कार्यक्रम मे रोजगार के मुद्दे पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि हर किसी को रोजगार नहीं दिया जा सकता है, फिर चाहे कोई भी सरकार क्यों न हो। इसके आगे नायडू ने कहा कि ऐसी कोई सरकार नहीं हो सकती है, जो सभी को रोजगार देने में सक्षम हो। अब सवाल ये खड़ा होता है कि बीजेपी रोजगार देने का वादा कर रही है, लेकिन उपराष्ट्रपति साफ साफ कह रहे हैं कि कोई भी सरकार हर किसी को रोजगार नहीं दिला सकती है, ऐसे में ये मुद्दा किस मोड़ पर मुडे़गा, ये तो खैर वक्त ही बताएगा।
उपराष्ट्रपति ने अपनी बात को आगे रखते हुए कहा कि शिक्षा का मतलब रोजगार देना नहीं होता है, बल्कि शिक्षा आपको बदलने का काम करती है, जिस सुधार को आप खुद देख सकते हैं। पकौड़ा पर जारी सियासत पर नायडू ने कहा कि हर किसी का अपना काम करने तरीका होता है, ऐसे में पकौड़ा बेचना भी काम है।
रोजगार पर बात करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि टेलर, इलेक्ट्रीशियन और सेनेटरी जैसे क्षेत्रों में लोगों की भारी कमी है। नायडू ने कहा कि देश में कुशल मजदूरों की भारी जरूरत है, ऐसे में अगर हम ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं मुहैया कराएं तो लोग बाहर नहीं जाएंगे, जिसकी वजह से वहां सुधार के साथ मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की जरूरत है।