पद्मावत के बाद करणी सेना करेगी अब कंगना की मणिकर्णिका का विरोध, जानें खास बातें
मुंबई: आज से कुछ महीनों पहले तक करणी सेना जमकर पद्मावत फिल्म का विरोध कर रही थी। फिल्म से करणी सेना इस कदर खफा थी कि फिल्म की शूटिंग के शुरुआत में ही उन्होंने निर्देशक संजय लीला भंसाली को थप्पड़ भी मार दिया था। फिल्म के सेट उखाड़ कर फेंक दिए और फिल्म का जगह-जगन विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। फिल्म को शुरुआत में पद्मावती के नाम से बनाया जा रहा था, लेकिन बाद में सेंसर बोर्ड में मंजूरी दिलाने के लिए इसका नाम बदल दिया गया।
फिल्म में नहीं दिखाया गया है कुछ गलत:
आज पद्मावत खूब चल रही है और जमकर कमाई भी कर रही है। केवल यही नहीं जब करणी सेना ने पद्मावत फिल्म देखी तो उन्होंने कहा कि अब वह फिल्म का विरोध नहीं करेंगे। उनका कहना था कि फिल्म में रानी पद्मिनी के बारे में कुछ भी गलत नहीं दिखाया गया है। जबकि फिल्म रिलीज होने से पहले यही आरोप लग रहे थे कि पद्मावत में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गयी है और गलत तथ्यों को सामने रखा गया है। कई बीजेपी नेताओं ने भी जमकर फिल्म का विरोध किया था।
ब्राह्मण महासभा कर रही है फिल्म का विरोध:
हालाँकि अब करणी सेना के पास कोई काम नहीं नहीं है। इसलिए उन्होंने पद्मावत के बाद कंगना रानौत की आने वाली पीरियड ड्रामा फिल्म मणिकर्णिका के ऊपर निशाना साधने की तैयारी शुरू कर दी है। करणी सेना का यह आरोप है कि फिल्म में झाँसी की रानी को गलत तरीके से दिखाया गया है। पिछले कई दिनों से राजस्थान की ब्राह्मण सभा इस फिल्म का विरोध कर रही है। लेकिन इस विरोध में उनका साथ देने के लिए अब करणी सेना भी सामने आ गयी है। अब करणी सेना ब्राह्मण सभा के साथ मिलकर फिल्म मणिकर्णिका का विरोध करेगी।
ब्राहमणों का खून बहेगा तो राजपूत चुप नहीं रहेंगे:
राजपूत करणी सेना के फाउंडर लोकेन्द्र सिंह काल्वी का इस मामले में कहना है कि, “अगर किसी ब्राहमण का खून बहेगा तो क्या राजपूत चुपचाप देखता रहेगा? जब राजपूतों का खून बहा तो ब्राह्मण भी चुप नहीं रहे थे।“ केवल यही नहीं काल्वी का कहना है कि जब वो लोग संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का विरोध कर रहे थे तो 10 हजार ब्राह्मणों ने अपने खून से लेटर साइन करके इस विरोध में उनका साथ दिया था। इस बार बारी उनकी है। अब वह ब्राह्मण सभा के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर फिल्म का विरोध करेंगे।
रानी लक्ष्मीबाई का सम्बन्ध दिखाया गया है एक ब्रिटिश के साथ:
सर्व ब्राह्मण महासभा का फिल्म के ऊपर यह आरोप है कि मणिकर्णिका फिल्म में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का सम्बन्ध एक ब्रिटिश अफसर के साथ दिखाया गया है। इस महासभा के संस्थापक और अध्यक्ष सुरेन्द्र मिश्रा का कहना है कि फिल्म का कुछ हिस्सा लन्दन के ऑथर जय श्री मिश्रा की किताब से लिया गया है। उस किताब को उत्तर प्रदेश सरकार ने उस समय बैन कर दी थी। उसके बाद भी इस फिल्म में ऐसी किसी किताब का अंश लिया गया है, जिसे एक प्रदेश की सरकार ने बैन कर दिया है। इस समय मणिकर्णिका की शूटिंग राजस्थान में चल रही है।