वायर फैक्ट्री में मजदूरी करते थे इस क्रिकेटर के पिता आज है करोड़ों का मालिक।
भारत में क्रिकेट सबसे पसंदीदा खेलों में से एक है। हमारे देश में बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी क्रिकेट का दीवाने हैं और यही कारण है कि बहुत से युवा बच्चें क्रिकेट में अपना करियर बनाने की सोचते हैं। लेकिन क्रिकेट की दुनिया में कामयाब होना इतना आसान भी नहीं है आज के समय में क्रिकेट में कंपटीशन इतना बढ़ गया है कि बड़े-बड़े खिलाड़ियों को भी टीम में शामिल होने का मौका नहीं मिल पाता। क्रिकेट में कामयाब होने के लिए अमीरी गरीबी मायने नहीं रखती बल्कि इसके लिए बहुत परिश्रम और टैंलेंट का होना आवश्यक है। भारत के क्रिकेट इतिहास में ऐसे बहुत से खिलाड़ी मिल जाएंगे जिनके परिवार की आर्थिक हालात कमजोर होते हुए भी उन्होंने बड़ा मुकाम हासिल किया है। आज हम आपको एक ऐसे ही खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर इस खेल में अपना नाम कमाया है।
हम बात कर रहे हैं एक ऐसी क्रिकेट खिलाड़ी की जिसका परिवार बेहद गरीब था लेकिन उसने अपनी प्रतिभा के दम पर बड़ा मुकाम हासिल किया है। इस खिलाड़ी का नाम हैं नाथू सिंह जो कि राजस्थान से हैं। इनके पिता एक वायर फैक्ट्री में मजदूरी करते थे इस फैक्ट्री में काम करने पर उन्हें इतने कम पैसे मिलते थे कि पूरे परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल था। लेकिन आज उनका बेटा करोड़ों रुपए कमा रहा है।
नाथू सिंह को क्रिकेट खेलने का शौक बचपन से था। नाथू सिंह ने अपने पिता से क्रिकेट खेलने के लिए जूतों की मांग की लेकिन जूतों की कीमत बहुत ज्यादा थी और उनके पिता को फैक्ट्री में काम करने के लिए केवल 7 हजार रुपए सैलरी मिलती थी ऐसे में इतने महंगे जूते दिलवाना उनके लिए काफी मुश्किल था। लेकिन आखिर वह एक पिता था इसलिए मना नहीं कर सका और उन्होंने ब्याज पर पैसे लेकर नाथू को जूते दिलवाए। एक इंटरव्यू के नाथू सिंह ने कहा भी है कि मेरे पिता जी ने मुझे 5 हजार के जूते दिलवाये थे ताकि मैं अपना खेल जारी रख सकूं।
आखिरकार उनके पिता का आशीर्वाद और नाथू की मेहनत रंग लाई और 10 लाख की बेस प्राइस वाले इस क्रिकेटर को आईपीएल-9 की नीलामी में नीता अंबानी ने अपनी टीम मुंबई इंडियंस के लिए उन्हें 3.2 करोड़ रुपए में खरीदा। इस क्रिकेटर को लेने की होड़ में पुणे सुपरजाइंट्स और दिल्ली डेयरडेविल्स जैसी टीमें भी शामिल थीं। इसके अगले साल आईपीएल के सीजन 10 की नीलामी में गुजरात लायंस ने नाथू सिंह पर भरोसा करते हुए 50 लाख रुपए की बोली लगाकर खरीदा। 20 वर्षीय नाथू सिंह एक तेज गेंदबाज है और बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं वह लगातार 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकने के अलावा इसे स्विंग कराने में भी माहिर हैं।
नाथू ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है और आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए वह एक अच्छा खिलाड़ी साबित हो सकता है। नाथू सिंह अब अपने पिता के लिए आलीशान महल बनवाना चाहता है। उनकी इस कामयाबी को देखकर उनके पिता बहुत खुश हैं और उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। नाथू सिंह आज हम सब के लिए उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी अपनी मेहनत के दम पर सफलता पा सकता है।