बीच जंगल में बनी इस जगह को झोपड़ी समझकर अन्दर घुसा रेंजर और फिर जो हुआ…
कैलिफोर्निया: प्रकृति के नज़ारे बहुत ही खुबसूरत और रहस्यों से भरे होते हैं। प्रकृति आज भी लोगों के लिए रहस्य बनी हुई है। इतनी तकनिकी विकास हो जाने के बाद भी प्रकृति के कई रहस्यों से पर्दा नहीं उठाया जा सका है। प्रकृति ने मनुष्यों के लिए जंगल, नदियाँ और पहाड़ दिए हैं। आज इंसान इन्ही की मदद से अपना जीवन गुजार रहा है। लेकिन कई बार प्रकृति के साथ छेड़छाड़ भी कर बैठता है, जिसका भयानक अंजाम होता है। हालाँकि आज हम आपको प्रकृति के भयानक अंजाम के बारे में नहीं बताने जा रहे हैं।
पूरी पृथ्वी पर जंगल बसे हुए हैं। जंगलों से ही हमें शुद्ध हवा और जीवन के लिए कई अन्य उपयोगी चीजें मिलती हैं। आज हम आपको जंगल की एक अजीबो-गरीब घटना के बारे में बताने जा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं कैलिफोर्निया के अर्काटा जंगल की। इस समय इस जंगल में बनी हुई एक झोपडी लोगों के लिए रहस्य बनी हुई है। पुरे अमेरिका में इसी झोपडी के बारे में चर्चा की जा रही है। आखिर क्या राज है इस झोपडी का आइये जानते हैं।
असल में कुछ दिनों पहले एक रेंजर का सामना यहाँ ऐसी चीजों से हुआ, जिसकी उसनें कभी कल्पना भी नहीं की थी। वर्षों से जंगलों में रहकर काम करने वाले रेंजर मार्क आंद्रे एक दिन जंगल में काटे जाने वाले पेड़ों निशान लगाने के लिए जंगल के अन्दर घुसे। वहां उन्होंने एक झोपडी देखी, जिसे देखकर वह हैरानी में पड़ गए। उन्हें जंगल के बीच में सुनसान झोपडी को देखकर यकीन नहीं हुआ। रेंजर ने बताया कि जब वह कुछ दिनों पहले जंगल में आया था तो यह झोपडी यहाँ पर नहीं थी। कुछ ही दिन बाद जब वह वापस आया तो उसे झोपडी दिखी।
जब रेंजर हिम्मत करके झोपडी के अन्दर गया तो वहां का नजारा देखकर हैरान रह गया। जब वह झोपडी के अन्दर गया तो उसनें देखा कि वहां एक आलीशान घर की तरह सभी सामान मौजूद थे। वह यह समझ नहीं पा रहा था कि आखिर कौन ऐसी खतरनाक और सुनसान जगह पर रहना चाहता है।
जब झोपडी को खंगाला गया तो वहां महीनों तक जीवित रहने की चीजें मिलीं। वहां पर बड़े-बड़े सोफे और टाइपराइटर भी मिला। रेंजर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके बताया कि घर की चीजों को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे यहाँ कोई बहुत परेशान या कोई सनकी व्यक्ति रहता है।
घर के अन्दर से एक लिस्ट भी मिली, जिसपर रोज के कामों की जानकारी थी और घर की मरम्मत के बारे में भी लिखा था। बाहर से भले ही यह एक झोपडी जैसी दिख रही थी, लेकिन यह एक मजबूत कंक्रीट के बेस पर बनायी गयी थी। इसे इस तरह से बनाया गया था कि यह किसी को आसानी से नजर ना आये। किसी के ना मिलने पर रेंजर ने घर के अन्दर एक लिस्ट छोड़ दी, जिसपर लिखा कि इस तरह से पब्लिक प्रॉपर्टी पर कैम्पिंग करना गैरकानूनी है। उसके कुछ दिनों बाद जब रेंजर अपनी टीम के साथ वहां पहुंचा तो झोपडी वहां से गायब थी। रेंजर ने बताया कि झोपडी हटाने के बाद इतनी सफाई की गयी कि यह पता ही नहीं चल पायेगा कि वहां कोई रहता भी था। यहाँ पर एक कील भी नहीं छूटी थी।