सुकन्या समृद्धि योजना से होगा बेटियों का भविष्य सुनहरा, जानें इसके फायदे और आज ही खुलवाएं खाता
क्या आपको सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में पता है? अब आप सोच रहे होंगे कि सुकन्या योजना क्या है. तो बता दें कि हमारी देश की बेटियों के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सुकन्या समृद्धि योजना का निर्माण किया है. दरअसल, बीते काफी समय से भारत देश में लड़के और लड़कियों के बीच का लिंगानुपात लगातार बढ़ता देखने को मिल रहा है. साल 2001 की जनगणना के अनुसार देश के हर राज्य में 1000 लड़कों के अनुपात में केवल 700 लड़कियां ही थी. इसके पीछे की वजह लड़कियों की भ्रूण हत्या थी. महंगाई के इस दौर में अधिकतर लोग लड़कियों को पालन पोषण और शादी को जिम्मेदारी नही बल्कि बोझ मान चुके थे इसलिए जन्म से पहले ही बेटियों को कोख में ख़त्म कर दिया जाता था.
हालाँकि सरकार ने गर्भ टेस्ट पर बैन लगा दिया था लेकिन इसके बावजूद भी लड़कियों को गर्भ में मारने के केस लगातार सामने आते रहे. ऐसे में बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की. इस पोस्ट में हम आपको बतायेंगे कि सुकन्या योजना क्या है और कैसे यह देश की बेटियों के लिए फायदेमंद है.
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
यदि आप सोच रहे हैं है कि सुकन्या योजना क्या है तो आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि देश की लड़कियों का भविष्य सुनहरा और बेहतर बनाने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना का निर्माण किया गया है. इस योजना के तहत लड़कियों के खाते खुलवाए जाते हैं जिसका लाभ आगे चलकर उन्हें भविष्य में मिलता है. इस योजना के बारे में बहुत लोगों को जानकारी नहीं है. लेकिन हम आपको बता दें कि यह बहुत दिलचस्प और फायदेमंद योजना है. सुकन्या समृद्धि योजना की घोषणा 2014 में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के समय की गई थी. इस योजना के अंतर्गत लड़कियां टैक्स और ब्याज संबंधी लाभ प्राप्त कर सकती हैं.
10 वर्ष तक की आयु की कन्या का खाता उसके मां-बाप इस योजना के तहत खुलवा सकते हैं. 10 वर्ष के बाद खाता की जिम्मेदार कन्या हो जायेगी लेकिन 10 वर्ष होने तक मां-बाप ही उसका ख्याल रखेंगे. इस योजना के तहत आप एक कन्या के नाम पर एक ही खाता खोल सकते हैं. इसका खाता हम किसी भी नजदीकी बैंक शाखा या पोस्ट ऑफिस से खुलवा सकते हैं. इस खाते से हम बहुत कम निवेश करके अधिक धन राशि प्राप्त कर सकते हैं जिससे आगे चल कर हमारी बेटियां पढ़ कर योग्य बन सकेंगी. लेकिन इस खाते को खोलने के लिए कुछ नियम भी हैं. क्या हैं सुकन्या समृद्धि योजना के नियम, आईये जानते हैं.
सुकन्या समृद्धि योजना के नियम
यह खाता खोलने से पहले सुकन्या समृद्धि योजना के नियम जान लेना जरूरी है.
- इस योजना के तहत खाता खोलने के लिए 1000 की राशि अकाउंट में जमा करना अनिवार्य है.
- एक साल के अंदर आप इस अकाउंट में 1000 से लेकर 150000 तक की राशि डाल सकते हैं.
- यदि आपने खाता खुलवा कर पहली बार 1000 रुपये डाल दिए और पूरे साल कुछ पैसे जमा नहीं किये तो इस स्थिति में आप दंड के भागी हैं. इसके लिए आपको 50 रुपये महीने एक साल तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है.
- आप अकाउंट में पैसे अपनी सुविधा अनुसार जमा करवा सकते हैं. आप पैसा डिमांड ड्राफ्ट, नकद या फिर चेक के जरिये भी जमा करवा सकते हैं. इसमें कोई पाबंदी नहीं है.
खाता खुलवाने के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
इस योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए आपको जिन जरूरी दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी वह हैं-
- परिचय पत्र
- एड्रेस प्रूफ
- कन्या का जन्म प्रमाण पत्र
सुकन्या योजना डाकघर
बेटियों के हौसले को उड़ान देने के लिए डाकघर विभाग ने सुकन्या समृद्धि योजना लागू किया है जिसे सुकन्या योजना डाकघर के नाम से भी जाना जाता है. इसमें 10 साल तक की लड़कियों के खाते खोले जाएंगे. खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम राशि 1000 है. इसमें अभिभवकों को 14 वर्षों तक 1 हजार रूपया प्रतिमाह जमा करना होगा. 21 वर्ष के बाद खाता परिपक्व होने पर उन्हें 6,41,092 की राशि दे दी जायेगी. गरीबों के लिए सुकन्या योजना डाकघर बहुत फायदेमंद है. इस योजना के तहत डाकघर में कन्यायों के खाते खोले जाएंगे. इसके लिए आप डाकघर से आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करते समय अभिभावक को कन्या का जन्म प्रमाण पत्र देना होगा. इसके साथ ही पिता या मां का पहचान पत्र भी लिया जाएगा.
सुकन्या योजना डाकघर के फायदे
- वार्षिक 9.1 प्रतिशत ब्याज.
- 0 से 10 वर्ष की कन्यायों के खाते खुलेंगे.
- न्यूनतम 1000 और अधिकतम 15000 की राशि एक वर्ष में जमा की जा सकती है.
- कन्या के 18 वर्ष पूरे होने पर 50 प्रतिशत राशि निकाली जा सकती है.
- 21 वर्ष में खाता परिपक्व हो जाता है.