अध्यात्म
रामायण से जुड़े इन तथ्यों के बारे में क्या जानते हैं आप? जानकर हैरान रह जाएंगे
रामायण का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. रामायण की किताब लगभग हर हिंदू घर में मिलती है. रामायण में हर एक किरदारों का अपना एक अलग महत्व है. रामायण के बारे में ज़्यादातर लोगों को टीवी, सीरियल या राम-लीला देखकर ही जानकारी मिली है. बहुत लोग किताब पढ़कर भी रामायण में निपुण हुए हैं. पर अब भी रामायण के कुछ ऐसे तथ्य है जिससे कई सारे लोग वाकिफ नहीं हैं. इन बातों की जानकारी अधिकतर लोगों को नहीं है और हमें यकीन है कि ये तथ्य पता चलने पर आप हैरान रह जाएंगे. तो आईये जानते हैं कि कौन से हैं वो अनसुने और हैरान कर देने वाले रामायण से जुड़े तथ्य.
ये हैं रामायण से जुड़े 5 अनसुने तथ्य
- हम सब जानते हैं कि राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न चार भाई थे. पर क्या आपको पता है कि इनकी एक बहन भी थी. बहन का नाम था शांता. कहा जाता है कि अंग देश के राजा की कोई संतान नहीं थी. औलाद न होने के कारण वह बहुत दुखी रहते थे. उनके इस दुख को देखकर राजा दशरथ ने अपनी पुत्री शांता को उन्हें गोद दे दिया था और तब से वह उनकी पुत्री कहलाने लगीं.
- क्या आप जानते हैं कि लक्षमण को मृत्यु दंड भगवान श्री राम ने दिया था. हुआ यूं की एक बार यमराज जी भगवान श्री राम से कुछ महत्वपूर्ण बात करने आये. उन्होंने श्री राम से वचन लिया कि उनकी ये बात कोई न सुने और किसी ने बात करते हुए देखा तो उसे मृत्यु दंड मिले. उनकी बात के दौरान लक्ष्मण जी अंदर आ गए. इसके बाद भगवान राम ने अपना वचन निभाया और लक्ष्मण जी को मृत्यु दंड दिया.
- सबको पता है कि भगवान राम विष्णु के अवतार थे. पर क्या आपको ये पता है कि लक्ष्मण जी शेषनाग के अवतार थे. जी हां, लक्ष्मण जी को शेषनाग का अवतार माना जाता है.
- क्या आप जानते हैं कि हनुमान जी को बजरंग बली क्यों कहा जाता है? नहीं, तो हम आपको बताते हैं. एक बार हनुमान जी ने माता सीता को सिंदूर लगाते देखा. उन्होंने माता सीता से सिंदूर लगाने का कारण पूछा. माता ने बताया कि वह भगवान श्री राम की लंबी उम्र के लिए सिंदूर लगाती हैं. यह सुनकर हनुमान जी ने अपनी पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया और तबसे उन्हें बजरंग बली कहा जाता है. हिंदी में बजरंग का मतलब ‘सिंदूर’ होता है.
- लक्ष्मण जी के 14 वर्षों तक वनवास में होने के बारे में तो सब जानते हैं. पर क्या आपको पता है कि इन 14 वर्षों के दौरान लक्ष्मण जी कभी सोये नहीं. उन्होंने नींद की देवी निन्द्रा से नींद न आने का वरदान लिया था. लक्ष्मण जी दिन-रात जागकर भगवान श्री राम और माता की सेवा करना चाहते थे. इसलिए 14 वर्षों तक लक्ष्मण जी की पत्नी उर्मिला को उनकी नींद मिली थी.