मुस्लिमों ने क्यों किए भारत पर सबसे ज्यादा आक्रमण? इतिहास की ये बातें दंग करके रख देगीं
नई दिल्ली – सोने की चिड़िया कहे जाने वाले हिन्दुस्तान पर कई आक्रमण हुए हैं। इतिहासकारों के मुताबिक, हिन्दुस्तान पर सबसे पहला आक्रमण सिकंदर प्रथम ने किया था। लेकिन, कुछ इतिहासकारों का मानना है कि हिन्दुस्तान पर सबसे पहले विदेशी आक्रमण आर्यो ने किया था। खैर जो भी हो इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि हिन्दुस्तान पर सबसे ज्यादा हमले विदेशी शासकों जो अधिकांश मुस्लिम थे ने किये हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह हिन्दुस्तान का धन संपत्ता से परिपूर्ण होना माना जाता है। आक्रमण की दुसरी सबसे बड़ी वजह हिन्दुस्तान की औरतों और लड़कियों से बलात्कार करना और उन्हें अपना दास बनाना रहा है। Why did Muslims invade India the most.
इसका दूसरा सबसे अहम कारण मुस्लिम देशों में प्राकृतिक संसाधनों की कमी होना माना जाता है। भारत में उपलब्ध सुविधाओं ने विदेशियों को आक्रमण करने के लिए उकसाया। तो आइये देखते हैं हिन्दुस्तान पर कितने मुस्लिम शासकों ने आक्रमण किया और उनके आक्रमण की मुख्य वजह क्या थी?
मुहम्मद बिन कासिम (Muhammad bin qasim):
भारत में इस्लामिक शासन का विस्तार 7वीं शताब्दी के अंत में मोहम्मद बिन कासिम के सिन्ध पर आक्रमण के बाद हुआ। मोहम्मद बिन कासिम ने 10 हजार सैनिकों के दल के साथ सिन्ध पर आक्रमण किया था। मुहम्मद बिन कासिम अत्यंत ही क्रूर यौद्धा था। उसके आक्रमण के बाद सिंध के दीवान गुन्दुमल की बेटी ने उसकी गुलामी स्वीकार करने की बजाय अपना सिर कटवा लिया था। आज सिंध देश पाकिस्तान का एक प्रांत है।
महमूद गज़नवी (Mahmud ghaznavi):
अरबों के बाद हिन्दुस्तान पर तुर्कों ने आक्रमण किया। महमूद गजनवी ने भारत के कई हिस्सों पर आक्रमण किया। गजनवी ने भारत पर 1001 से 1026 ई. के बीच 17 बार आक्रमण किए। इन सभी आक्रमण में उसने बुंदेलखंड, किरात, लोहकोट, ग्वालियर, कालिंजर लोदोर्ग (जैसलमेर), चिकलोदर (गुजरात) तथा अन्हिलवाड़ (गुजरात) को जीता और लूट लिया। महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण करके अपार धन प्राप्त किया। सोमनाथ मंदिर को लूटने के दौरान महमूद ने लगभग 50,000 ब्राह्मणों एवं हिन्दुओं का कत्ल किया था।
मुहम्मद गोरी (Muhammad ghori):
मुहम्मद बिन कासिम के बाद महमूद गजनवी और मुहम्मद गोरी ने भारत पर आक्रमण कर भारत में तुर्क साम्राज्य की स्थापना की। मुहम्मद गोरी ने गुजरात और पंजाब को जीता। फिर उसने पेशावर तथा स्यालकोट को जीता। हालांकि, पृथ्वीराज चौहान के हाथों उसे बुरी हार मिली। यह युद्ध तराइन का प्रथम युद्ध कहा जाता था।
चंगेज खान (Changez khan) :
मंगोल शासक चंगेज खान को भारत मुस्लिम साम्राज्य को नष्ट करने का श्रेय दिया जाता है। चंगेज खान ने ईरान और गजनी सहित पश्चिम भारत के काबुल, कन्धार, पेशावर और कश्मीर पर कब्जा किया।
तैमूर (Timur lang):
तैमूर लंग खुद को चंगेज खान जैसा शासक साबित करता चाहता था। क्रूरता ने चंगेज खान की तरह ही भारत पर कई आक्रमण किये। तैमूर ने जब भारत पर आक्रमण किया तब उत्तर भारत में तुगलक वंश का राज था और उसने दिल्ली पर आक्रमण करके तुगलक साम्राज्य का अंत किया। तैमूर के आक्रमण के समय वक्त हिन्दू रानियों ने जौहर किया।
बाबर (Babar) :
बाबर मुगलवंश का संस्थापक था। बाबर ने अपनी आत्मकथा ‘तुजुक ए बाबरी’ लिखी जिसे बाबरनामा कहा जाता है। बाबर ने दिल्ली के शासक इब्राहिम लोदी से युद्ध लड़ा। बाबर का मेवाड़ के राजा राणा सांगा के साथ युद्ध सबसे अधिक चर्चित है। बाबर ने हज़ारों हिन्दुओं का कत्ल किया और हिन्दू मंदिरों को नष्ट किया। बाबर के आदेश पर ही मीर ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर निर्मित प्रसिद्ध मंदिर को गिराकर मस्जिद बनवाई, जिसपर आज भी विवाद होता है।
औरंगजेब (Aurangzeb) :
औरंगजेब को मुगल शासकों में सबसे क्रूर माना जाता है। उसने अपने पिता को कैद किया, अपने सगे भाइयों और भतीजों की कत्ल किया। औरंगजेब ने गुरु तेग बहादुर का कत्ल किया, गुरु गोविन्द सिंह के बच्चों को जिंदा दीवार में चुनवाया और हज़ारों मंदिरों को तुडवाया। औरंगजेब ने अपनी सेना को सोमनाथ मंदिर, वाराणसी का मंदिर, मथुरा का केशव राय मंदिर के अलावा कई हिंदू देवी-देवताओं के प्रसिद्ध मंदिर तोड़ने का आदेश दिया था।
कहा जा सकता है कि भारत पर जीनते भी मुस्लिम शासकों ने हमला किया उन सबका मुख्य उद्देश्य केवल यहां की अकूत संपदा को लुटना और मंदिरों को नष्ट कर मुस्लिम देश बनाना रहा।