एक देश एक चुनाव पर भड़की कांग्रेस ने कहा ‘बीजेपी सत्ता विरोधी की लहर से डरी’
देश: विधानसभा और लोकसभा चुनाव को एक साथ कराने की चर्चा इस समय पूरे देश में जमकर हो रही है। जहां सत्ताधारी पार्टी दोनों चुनाव को एक साथ कराने की बात कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष पूरी तरह से इसके खिलाफ है। दरअसल, आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अन्य राजनीति दलों से अपील कर रही है कि दोनों चुनावों को एक साथ कराने के लिए सभी एकमत हो, लेकिन इस पर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में खास क्या है?
लोकसभा से लेकर राज्यसभा तक इस मुद्दे पर गहरी चर्चा हो रही है। इस मुद्दे को हवा तब और ज्यादा मिल गई जब राष्ट्रपति ने विरोधी पार्टियों से लोकसभा और विधानसभा चुनाव को एक साथ कराने पर सहमति की अपील की। हालांकि, लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर मोदी सरकार विपक्ष की सहमति बनवाने में काफी पीछे दिख रही है, ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या संसद के इस सत्र में मोदी सरकार विपक्षियों की सहमति बनवाने में कामयाब हो पाएगी?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले अशोक गहलोते ने देश में विधानसभा और लोकसभा चुनावों को एक साथ कराने पर बड़ा बयान दिया है। जी हां,राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने के उठ रहे मुद्दे को लेकर कहा कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव है, वहां बीजेपी विरोधी की लहर चल रही है, ऐसे में अपनी इस लहर को छिपाने के लिए एक साथ चुनाव कराने की बीजेपी मांग कर रही है।
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक ने कहा कि देशभर में बीजेपी विरोधी लहर चल रही है, अपने आप को बचाने के लिए बीजेपी एक साथ चुनाव कराने जैसे मुद्दे उठाकर नए-नए हथकंडे अपना रही है, लेकिन कांग्रेस इसके लिए भी तैयार है। बताते चलें कि विपक्ष भले ही सहमति का गुणगान गाता फिर रहा हो, लेकिन असल में तो विपक्ष लोकसभा और विधानसभा चुनाव को एक साथ कराने का पक्षधर नहीं है।